गुरु ज्ञानAgroStar
सरसों की फसल में रोग की समस्या एवं उसका नियंत्रण
👉सफेद फफूंद रोग पौधों में एक सामान्य समस्या है, जो पत्तियों, शाखाओं और तनों पर सफेद फफूंद की परत के रूप में दिखाई देती है। यह रोग पौधे की शुरुआत में धीरे-धीरे फैलता है, लेकिन अनुकूल वातावरण मिलने पर इसकी तीव्रता तेजी से बढ़ जाती है। सफेद पाउडर जैसी यह परत पौधे की प्रत्येक पत्ती पर छा जाती है, जिससे पत्तियाँ सूखकर गिर जाती हैं। इससे पौधे कमजोर हो जाते हैं और उत्पादन में कमी आती है।
👉यह रोग विशेष रूप से फसल के दाना भरने की अवस्था में अधिक प्रभावी होता है। इस समय उचित रोकथाम और नियंत्रण न किया जाए, तो पूरी फसल को भारी नुकसान हो सकता है।
👉रोग नियंत्रण के उपाय:
1. एग्रोस्टार हेक्स्ज़ा (हेक्साकोनाज़ोल 5% एससी): 25 मिली प्रति पंप पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
2. एग्रोस्टार टेबुल (टेबुकोनाज़ोल 10% + सल्फर 65% डब्ल्यूजी): 40 ग्राम प्रति पंप पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
👉यह उपाय सफेद फफूंद रोग के प्रभाव को कम करने और पौधों की उत्पादकता को बनाए रखने में अत्यधिक प्रभावी हैं। समय पर छिड़काव करने से फसल सुरक्षित और स्वस्थ रहती है।
👉स्त्रोत:- AgroStar
किसान भाइयों ये जानकारी आपको कैसी लगी? हमें कमेंट करके ज़रूर बताएं और लाइक एवं शेयर करें धन्यवाद।