AgroStar
सभी फसलें
कृषि ज्ञान
कृषि चर्चा
अॅग्री दुकान
सफेद मक्खी को पल में भगाएं!
गुरु ज्ञानAgroStar
सफेद मक्खी को पल में भगाएं!
👉सफ़ेद मक्खियाँ छोटे पंखों वाले कीड़ों का एक समूह है जो एलेरोडिडे परिवार से संबंधित हैं। उन्हें "व्हाइटफ्लाइज़" कहा जाता है क्योंकि वे आमतौर पर सफेद या पीले रंग की होती हैं, और वे अक्सर पत्तियों के नीचे की तरफ पाई जाती हैं। सफ़ेद मक्खी कई अलग-अलग वातावरणों में पाई जा सकती है, लेकिन वे विशेष रूप से ग्रीनहाउस सेटिंग्स और कृषि क्षेत्रों में आम हैं। वे पौधों के रस को खाते हैं, जिससे पत्तियों को नुकसान हो सकता है और विकास रुक सकता है। वे पौधों के विषाणुओं को एक पौधे से दूसरे पौधे तक भी संचारित कर सकते हैं। 👉सफ़ेद मक्खी का जीवन चक्र:- सफ़ेद मक्खियों के विकास के छह अलग-अलग चरण होते हैं: अंडा, पहला, दूसरा, तीसरा और चौथा लार्वा इंस्टार और एक वयस्क कीट। 👉सफेद मक्खी को पहचान:- सफ़ेद मक्खियों को निम्नलिखित विशेषताओं द्वारा पहचाना जा सकता है: आकार और आकृति: सफ़ेद मक्खियाँ छोटे, पंखों वाले कीड़े हैं जिनकी लंबाई आमतौर पर लगभग 1-2 मिमी होती है। उनके पास एक विशिष्ट, त्रिकोणीय आकार होता है और आराम करते समय वे अपने पंखों को अपने शरीर के ऊपर लंबवत स्थिति में रखते हैं। 👉रंग:-जैसा कि उनके नाम से पता चलता है, सफेद मक्खियाँ आमतौर पर सफेद या हल्के पीले रंग की होती हैं। ऐसा वयस्कों द्वारा उत्पादित मोम के कारण होता है, जो उनके शरीर और पंखों को ढकता है। कुछ प्रजातियों के पंखों या शरीर पर काले निशान होते हैं। 👉गति:-सफेद मक्खियाँ कमजोर उड़ती हैं और सीधी रेखा में उड़ने के बजाय पौधों के चारों ओर उड़ती हैं। वे अक्सर पत्तियों के नीचे पाए जाते हैं, जहां वे पौधे के रस पर भोजन करते हैं। 👉नुकसान:- सफेद मक्खियाँ पौधे का रस खाकर पत्तियों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसके परिणामस्वरूप पीलापन, मुरझाना या समय से पहले पत्ती गिरना हो सकता है। यदि आपको संदेह है कि आप पर सफेद मक्खी का संक्रमण है, तो उनकी उपस्थिति की पुष्टि करना और उनकी आबादी को नियंत्रित करने के लिए उचित उपाय करना महत्वपूर्ण है। 👉बचाव :- ●अच्छी फसल प्रबंधन पद्धतियाँ लागू करें उचित सिंचाई, पोषण और पौधों के बीच पर्याप्त दूरी प्रदान करके पौधों के स्वास्थ्य को बनाए रखें। स्वस्थ पौधों पर सफेद मक्खी का प्रकोप कम होता है। सख्त स्वच्छता का अभ्यास करें बढ़ते क्षेत्र को साफ रखें और मलबे, खरपतवार और पौधों के अवशेषों से मुक्त रखें जो सफेद मक्खियों के लिए भंडार के रूप में काम कर सकते हैं। ● इसके रासायनिक बचाव के लिए एग्रोस्टार मैड्रिड (एसिटामिप्रिड 20% एसपी) कीटनाशक का छिड़काव करना चाहिए। 👉स्त्रोत:-AgroStar किसान भाइयों ये जानकारी आपको कैसी लगी? हमें कमेंट 💬करके ज़रूर बताएं और लाइक 👍एवं शेयर करें धन्यवाद।
5
0