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लहसुन की फसल में कंद का साइज कैसे बढ़ाएं
👉लहसुन की फसल वर्तमान में 40-50 दिन की हो चुकी है, जो कंद बनने की अवस्था होती है। इस समय पौधों को संतुलित पोषण देकर कंद की वृद्धि को प्रोत्साहित करना बेहद जरूरी है।
👉महत्वपूर्ण बातें:
1. नाइट्रोजन का सीमित उपयोग:
लहसुन और प्याज की फसलों में 45 दिनों तक ही नाइट्रोजन का इस्तेमाल करें। इसके बाद नाइट्रोजन का अधिक उपयोग केवल पत्तों के विकास को बढ़ावा देगा, जिससे कंद का विकास प्रभावित हो सकता है।
2. कैल्शियम और बोरोन का उपयोग:
मिट्टी में कैल्शियम नाइट्रेट और बोरोन मिलाने से कंद का विकास बेहतर होता है। ये पोषक तत्व फसल को मजबूत बनाते हैं।
3. पोषक तत्वों का छिड़काव:
- HD NPK (00:12:45):
250 ग्राम को 150-200 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ फसल पर छिड़काव करें।
- न्यूट्रीप्रो ग्रेड-1:
छिड़काव के लिए 15 ग्राम/पंप (15 लीटर पानी) और मिट्टी में 500 ग्राम/एकड़ का उपयोग करें।
👉लाभ:
- फसल की उपज और गुणवत्ता में सुधार।
- कंद का विकास सुचारू और संतुलित।
- पोषक तत्वों की कमी का समाधान।
👉स्त्रोत:- AgroStar
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