गुरु ज्ञानAgroStar
लहसुन की फसल में कंद का साइज कैसे बढ़ाएं
👉इस समय, अधिकांश लहसुन की फसल 40-50 दिन की हो चुकी है, जो कंद बनने की अवस्था होती है। कंद के विकास के लिए इस चरण में सही पोषण प्रबंधन बेहद जरूरी है।
👉महत्वपूर्ण बातें:
1. नाइट्रोजन का सीमित उपयोग:
45 दिनों के बाद नाइट्रोजन का अधिक उपयोग न करें। यह कंद के बजाय पौधे के हरे भाग को बढ़ावा देगा, जिससे कंद की बढ़वार रुक सकती है।
2. कैल्शियम और बोरोन का उपयोग:
मिट्टी में कैल्शियम नाइट्रेट और बोरोन मिलाएं। ये तत्व कंद के विकास में सहायक होते हैं।
3. फॉस्फोरस पर आधारित छिड़काव:
फसल पर NPK 0:52:34 (फॉस्फोरस आधारित) 75 ग्राम/पंप (15 लीटर पानी) का छिड़काव करें। यह कंद के विकास को प्रोत्साहित करेगा और पौधों को स्वस्थ बनाएगा।
👉सुझाव:
- पोषक तत्वों का सही समय पर उपयोग करें।
- फसल की नियमित निगरानी करें ताकि कंद का विकास प्रभावित न हो।
- संतुलित पोषण से उपज और गुणवत्ता में सुधार होगा।
👉यह प्रक्रिया लहसुन की फसल को मजबूत कंद विकसित करने और बेहतर उत्पादन देने में मदद करेगी।
👉स्त्रोत:- AgroStar
किसान भाइयों ये जानकारी आपको कैसी लगी? हमें कमेंट करके ज़रूर बताएं और लाइक एवं शेयर करें धन्यवाद।