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मिलीबग कीट का नियंत्रण
👉मिलीबग एक सफेद रंग का कीट है, जो पौधों के लिए अत्यधिक हानिकारक साबित हो सकता है। यह कीट पौधों की कोमल पत्तियों का रस चूसता है, जिससे पौधे की वृद्धि रुक जाती है और धीरे-धीरे पौधा सूखने लगता है। मिलीबग का हमला न केवल पौधों की सेहत को खराब करता है, बल्कि यह शहदनुमा चिपचिपा पदार्थ भी स्रावित करता है, जिससे काली फफूंद का निर्माण होता है। काली फफूंद पौधे के स्वास्थ्य के लिए और भी नुकसानकारी होती है।
👉मिलीबग विशेष रूप से वसंत और पतझड़ के मौसम में अधिक सक्रिय रहता है, इस समय पौधों की वृद्धि और नर्सरी के पौधे अधिक प्रभावित होते हैं। मिलीबग का नियंत्रण समय रहते जरूरी है, अन्यथा यह पूरी फसल को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके नियंत्रण के लिए डायमेथोएट 30% ईसी घटकयुक्त एग्रोअर का उपयोग किया जा सकता है। इसे 1 मिली प्रति लीटर पानी में मिलाकर पौधों पर छिड़काव करें। यह छिड़काव पौधों को मिलीबग के हमले से बचाएगा और फसल की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।
👉इस प्रकार, समय पर नियंत्रण उपायों से आप मिलीबग की समस्या से बच सकते हैं और अपनी फसल को सुरक्षित रख सकते हैं।
👉स्त्रोत:- AgroStar
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