गुरु ज्ञानAgroStar
बेल वाली फसल में फल मक्खी का नियंत्रण
👉पौधों की रोपाई से पहले खेत की गहरी जुताई करना लाभकारी होता है, क्योंकि इससे मिट्टी में मौजूद कीटों के प्यूपा नष्ट हो जाते हैं और कीट प्रकोप की संभावना कम हो जाती है। इस प्रक्रिया के बाद खेत को कुछ दिन धूप में छोड़ना भी फायदेमंद होता है ताकि मिट्टी में छिपे कीट भी नष्ट हो सकें।
👉इस कीट के नियंत्रण के लिए कीट को आकर्षित करने वाले फेरोमोन ट्रैप का उपयोग एक प्रभावी उपाय है। प्रति एकड़ खेत में 5-6 फेरोमोन ट्रैप लगाने से कीटों का नियंत्रण बेहतर ढंग से किया जा सकता है। ट्रैप का ल्यूर (गंधपाश) मादा कीटों को अपनी ओर आकर्षित करता है, जिससे वे फंस जाती हैं और उनकी संख्या में कमी आती है। ल्यूर को 25 दिनों के अंतराल पर बदलना चाहिए ताकि इसकी गंध लंबे समय तक प्रभावी रहे और नई मादा कीटों को भी फंसाया जा सके। इन सभी उपायों से फसल को कीटों के प्रकोप से बचाया जा सकता है और स्वस्थ विकास सुनिश्चित होता है।
👉स्त्रोत:- AgroStar
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