AgroStar
सभी फसलें
कृषि ज्ञान
कृषि चर्चा
अॅग्री दुकान
बेल फसलों में डाउनी मिल्ड्यू से बचाव के उपाय
गुरु ज्ञानAgroStar
बेल फसलों में डाउनी मिल्ड्यू से बचाव के उपाय
👉खीरे की फसल में यह रोग वर्षा के बाद तब तेजी से फैलता है जब तापमान 20 से 22 डिग्री सेल्सियस होता है। उत्तरी भारत में इस रोग का प्रकोप अधिक देखा जाता है। रोगग्रस्त पौधों की पत्तियों पर कोणीय धब्बे दिखाई देते हैं और पत्तियों की ऊपरी सतह पर पीले धब्बे बनते हैं, जो समय के साथ गहरे पीले रंग के हो जाते हैं। उच्च आर्द्रता की स्थिति में, पत्तियों की निचली सतह पर मृदुरोमिल कवक की वृद्धि स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है, जिससे पत्तियाँ जल्दी खराब होने लगती हैं। 👉इस रोग के नियंत्रण के लिए एज़ोक्सीस्ट्रोबिन 4.8% + क्लोरोथेलोनिल 40% एससी घटक युक्त ड्रैगनेट का उपयोग करना प्रभावी साबित हो सकता है। इसके लिए 600 मिली ड्रैगनेट को 200 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें। यह फफूंदनाशक रोग के फैलाव को नियंत्रित करता है और पत्तियों की स्थिति में सुधार लाता है, जिससे पौधों की बढ़वार बेहतर होती है और फसल की गुणवत्ता में सुधार होता है। साथ ही, खेत में नमी को नियंत्रित रखना भी आवश्यक है ताकि रोग के प्रसार को रोका जा सके। 👉स्त्रोत:- AgroStar किसान भाइयों ये जानकारी आपको कैसी लगी? हमें कमेंट करके ज़रूर बताएं और लाइक एवं शेयर करें धन्यवाद।
10
0
अन्य लेख