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प्याज में झुलसा रोग: लक्षण और प्रबंधन
👉प्याज की फसल में झुलसा रोग एक गंभीर समस्या है, जो पौधों को भारी नुकसान पहुंचा सकती है। इस रोग के लक्षणों में प्याज के पत्तों पर छोटे-छोटे पीले से नारंगी रंग के धब्बे या धारियां बनती हैं, जो बाद में अंडाकार रूप धारण कर लेती हैं। इन धब्बों के चारों ओर गुलाबी किनारे दिखाई देते हैं, जो इस रोग के मुख्य पहचान होते हैं। ये धब्बे धीरे-धीरे पत्तियों के किनारों से नीचे की ओर बढ़ते हैं, जिससे पत्तियां सूखी और झुलसी हुई दिखने लगती हैं।
👉शुरुआत में यह समस्या छोटे गोलाकार या अंडाकार सफेद धब्बों के रूप में पत्तियों पर दिखाई देती है, जिनके किनारों पर पानी भरा हरा रंग होता है। जैसे-जैसे रोग बढ़ता है, धब्बों का केंद्र भूरे रंग का और धंसा हुआ हो जाता है। संक्रमित पत्तियां सिकुड़ने लगती हैं और अंततः सूखकर मर जाती हैं। पहले लक्षण दिखाई देने के 5-12 दिनों के भीतर पत्तियां मुरझाना शुरू हो सकती हैं।
👉इस रोग के नियंत्रण के लिए, मेटालैक्सिल 8% + मैनकोज़ेब 64% WP घटकयुक्त "मेटलग्रो" का 2.5 ग्राम प्रति लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें। इसके अलावा, एज़ोक्सीस्ट्रोबिन 11% + टेबुकोनाज़ोल 18.3% एससी घटकयुक्त "रोज़टैम" का 2 मिली प्रति लीटर पानी के साथ छिड़काव भी किया जा सकता है। इन उपचारों से रोग के प्रकोप को कम किया जा सकता है और फसल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है।
👉स्त्रोत:- AgroStar
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