गुरु ज्ञानAgroStar
धान भूरा पत्ती फुदका
👉धान की फसल पर इस कीट का प्रकोप विशेष रूप से तने पर होता है। यह कीट अंडे 2 से 12 के समूह में पत्ती के आवरण में, विशेषकर पौधे के आधार के पास या पत्ती की मध्य शिराओं में देता है। अंडे सफेद, पारदर्शी, पतले बेलनाकार और घुमावदार होते हैं, जिन्हें दो पंक्तियों में सीधी रेखा में रखा जाता है। निम्फ और वयस्क कीट जल स्तर के ऊपर पौधे के आधार पर एकत्रित हो जाते हैं।
👉प्रभावित पौधे सूख जाते हैं और झुलसे हुए दिखाई देते हैं, जिसे "हॉपर बर्न" कहा जाता है। यह कीट अनुकूल वातावरण में तेजी से फैलता है, जिससे फसल को गंभीर नुकसान हो सकता है।
👉इस कीट के प्रभावी नियंत्रण के लिए, प्रकोपित पौधों को उखाड़कर नष्ट करना चाहिए। इसके अलावा, डायना शील्ड (डाइनोटेफ्यूरान 20% एसजी) का 0.5 ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। यह कीटनाशक कीटों को नियंत्रित करने में प्रभावी है और फसल को नुकसान से बचाता है। नियमित निरीक्षण और उचित उपाय से फसल को सुरक्षित रखा जा सकता है।
👉स्त्रोत:- AgroStar
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