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जानिए देश का बजट किस दिन आने वाला है?
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जानिए देश का बजट किस दिन आने वाला है?
👉🏻बजट (Budget) से जुड़ी सरगर्मियां पिछले कुछ दिन से जारी हैं और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने कुछ दिन पहले ही बजट पूर्व बैठकों का दौर खत्म किया है. पिछले 2 सालों की तरह इस बार का बजट भी 1 फरवरी ( 1 February) को आने वाला है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के लिए ये चौथा मौका होगा जब वो केंद्रीय बजट संसद में प्रस्तुत करेंगी. केंद्रीय बजट देश के लिए सबसे महत्वपूर्ण आर्थिक कार्यक्रमों में से एक होता है जिसका आम से लेकर खास तक सभी को इंतजार रहता है। 👉🏻पूरी उम्मीद है कि बजट इस बार भी 1 फरवरी 2022 को पेश होने वाला है और इस दिन वित्त मंत्री देश के आर्थिक खर्चे का ब्यौरा देने के तहत आय और व्यय का लेखाजोखा प्रस्तुत करेंगी. वित्त मंत्रालय की इस बजट के लिए जोरशोर से तैयारियां चल रही हैं. इतना ही नहीं आम लोगों से भी इस बजट के लिए सुझाव और आइडिया मांगे गए हैं जिसके तहत वो अपने रचनात्मक सुझावों को बजट में जगह देने के लिए सरकारी वेबसाइट के माध्यम से सरकार के पास भेज सकते हैं। 👉🏻कोविडकाल में पिछले साल निर्मला सीतारमण ने पेश किया था यूनियन बजट पिछले साल कोविडकाल में वित्त मंत्री ने देश का बजट पेश किया था और इसमें खास तौर पर आकर्षण का केंद्र था कि वित्त मंत्र ने दस्तावेजों के साथ टैब का इस्तेमाल भी किया था. इसके अलावा साल 2020 में बजट दस्तावेजों को बही-खाते का नाम दिया गया और इसको लाल रंग के कपड़े में लिपटकर लाया गया था. इस तरह वित्त मंत्री ने सालों दशकों से चली आ रही परंपरा को बदल दिया और बजट ब्रीफकेस की जगह देश का बही-खाता पेश किया गया जिसे देश की पुरानी आर्थिक पहचान को फिर से सामने लाने के तौर पर देखा गया। पहले बजट की तारीख फरवरी की आखिरी तारीख होती थी:- 👉🏻मोदी सरकार के पहले कार्यकाल 2015-2019 तक बजट की तारीख फरवरी की आखिरी तारीख हुआ करती थी लेकिन तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस परंपरा को बदल दिया और इसको फरवरी की पहली तारीख को पेश किया जाने लगा. हालांकि इसके समय में कोई बदलाव नहीं किया गया है और ये पहले की तरह सुबह के 11 बजे पेश किया जाता है। बजट से पहले आता है इकनॉमिक सर्वे:- 👉🏻बजट पेश होने से एक दिन पहले आर्थिक सर्वे संसद में प्रस्तुत किया जाता है और इसके जरिए देश की आर्थिक दशा-दिशा के बारे में जानकारी मिलती है. इसे मुख्य तौर से मुख्य आर्थिक सलाहकार और उनकी टीम मिलकर तैयार करती है. ये साफ है कि देश का आर्थिक सर्वे एक तरह से बजट का ट्रेलर होता है और इससे पता चलता है कि अगले दिन आने वाले बजट में किन सेक्टर्स, उद्योगों और आर्थिक पहलुओं को ध्यान में रखा जाएगा। स्रोत:- ABP Live, 👉🏻किसान भाइयों ये जानकारी आपको कैसी लगी? हमें कमेंट करके ज़रूर बताएं और लाइक एवं शेयर करें धन्यवाद!
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