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अब किसानों को नहीं होगी खाद किल्लत!
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अब किसानों को नहीं होगी खाद किल्लत!
👉उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए खुशखबरी है। अब वे ड्रोन के जरिए कीटनाशकों और नैनो यूरिया का छिड़काव कर सकते हैं। दरअसल, राज्य सरकार ने कृषि समितियों और स्वयं सहायता समूहों को सब्सिडी पर ड्रोन देने का फैसला किया है। इसके लिए सरकार ने रोड मैप बना लिया है। सरकार के इस कदम से कई जिलों को फायदा होगा। 👉राज्य सरकार ने किसानों की मदद करने के लिए ड्रोन पर अनुदान देने का फैसला किया है। सरकार कृषि समितियों और स्वयं सहायता समूहों को 40% सब्सिडी दे रही है। कृषि समितियां और स्वयं सहायता समूह किसानों को ड्रोन उपलब्ध कराएंगे। कहा जा रहा है कि पहले चरण में प्रदेश के 75 प्रतिशत जिलों को कवर किया जाएगा। 👉कृषि विभाग के उप निदेशक गिरीश चंद्र के मुताबिक, उत्तर प्रदेश को 88 ड्रोन मिलेंगे. ये ड्रोन किसानों की कीटनाशक के साथ- साथ खाद का छिड़काव करने में भी मदद करेंगे। एक ड्रोन एक बार में 12 किलोग्राम तक नैनो यूरिया या कीटनाशक का छिड़काव कर सकता है। खास बात यह है इससे महज 10 मिनट में ही 8 बीधे खेत में उर्वरक का छिड़काव किया जा सकता है। इससे खेती पर लगने वाली लागत के साथ- साथ समय की भी बचत होगी। 👉पिछले साल बिजनौर के मंडावली गांव में किसानों ने नैनो यूरिया का गन्ने खेत में ड्रोन से छिड़काव कर परीक्षण किया था। इफको के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक शैलेंद्र सिंह का कहना है कि ड्रोन से छिड़काव करने पर पांच गुना कम यूरिया लगेगा. उनके अनुसार, इंसार जरूरत से पांच गुना ज्यादा यूरिया का उपयोग करता है। 👉फसल शुष्क नाइट्रोन खाद को महज 33 प्रतिशत ही अवशोषित कर पाती है। जबकि तरल होने की वजह से पौधे नैनो यूरिया को 86% अवशोषित कर लेते हैं। यही वजह है कि ड्रोन के आने से खेती में लागत भी कम होगी। 👉कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक जेपी चौधरी का कहना है कि एक ड्रोन की कीमत 10 लाख रुपये है. 40 प्रतिशत सब्सिडी के बाद उसकी कीमत 6 लाख रुपए हो जाएगी। ऐसे में कृषि समितियों और स्वयं सहायता समूहों द्वारा इसे खरीदना आसान हो जाएगा। स्रोत :- Agrostar 👉किसान भाइयों ये जानकारी आपको कैसी लगी? हमें कमेंट करके ज़रूर बताएं और लाइक एवं शेयर करें धन्यवाद!
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