कृषि वार्ताAgrostar
अब आप बने अपने फसलों के डॉक्टर!
🌱पौधों में भी हमारी ही तरह पोषक तत्वों की कमी होती रहती है, जिसे पूरा करने के लिए उन्हें भी बाहरी पोषक तत्वों पर निर्भर रहना पड़ता है. लेकिन समस्या तब आती है जब हम उनमें किस पोषक तत्व की कमी है यह समझ ही नहीं पाते हैं.
🌱पौधों के पोषक तत्वों को समझना
पौधों को अपनी वृद्धि और विकास के लिए कई आवश्यक पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है. इन पोषक तत्वों को मोटे तौर पर दो समूहों में वर्गीकृत किया जा सकता है: मैक्रोन्यूट्रिएंट्स और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स.
🌱पोषक तत्वों की कमी के लक्षणों को पहचानना
पोषक तत्वों की कमी अक्सर पौधों की पत्तियों, तनों और उनकी वृद्धि पर उनके लक्षणों के आधार पर दिखाई देती है. आज हम आपको कुछ सामान्य लक्षणों के आधार पर आपको यह बतायेंगें कि कैसे आप किसी पौधे में किस तत्व की कमीं को पहचानेंगे.
✅मैक्रोन्यूट्रिएंट्स :-
1️⃣नाइट्रोजन की कमी:
पुरानी पत्तियों का पीला पड़ना (क्लोरोसिस) जो सिरों से शुरू होकर अंदर की ओर फैलता है, विकास रुक जाता है.
2️⃣फास्फोरस की कमी:
लाल-बैंगनी रंग के साथ गहरे हरे पत्ते, पुरानी पत्तियां नीली-हरी या भूरी हो सकती हैं और मुड़ सकती हैं.
3️⃣पोटेशियम की कमी:
पत्तियों के किनारों और सिरों का पीला या भूरा होना, तने कमजोर होना.
4️⃣आयरन की कमी:
नई पत्तियों पर इंटरवेनल क्लोरोसिस (नसों के बीच पीलापन), पत्तियां सफेद या पीली हो सकती हैं.
5️⃣मैग्नीशियम की कमी:
पुरानी पत्तियों पर इंटरवेनल क्लोरोसिस, पत्तियां लाल-बैंगनी या मुड़ी हुई हो सकती हैं.
6️⃣कैल्शियम की कमी:
नई पत्तियाँ विकृत हो सकती हैं, और सिरे वापस मर सकते हैं, फलों में फूल के सिरे सड़ सकते हैं.
7️⃣सल्फर की कमी:
नई पत्तियों का पीला पड़ना, रुका हुआ विकास और बीज और फलों का उत्पादन कम होना.
✅सूक्ष्म पोषक तत्व :-
🌱इनकी आवश्यकता कम मात्रा में होती है और इसमें आयरन ,मैंगनीज ,जिंक तांबा, बोरान,मोलिब्डेनम ,और क्लोरीन शामिल हैं.
🌱स्त्रोत:- AgroStar
किसान मित्रों अगर ये जानकारी आपको अच्छी लगी तो इसे लाइक और शेयर करें। धन्यवाद!