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अगले पाँच दिनों  में भारी बारिश का  पूर्वानुमान!
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अगले पाँच दिनों में भारी बारिश का पूर्वानुमान!
⭐ देशभर के अलग-अलग इलाकों में इस समय बारिश का सिलसिला जारी है. देखा जाए तो उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश,राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और दिल्ली, हरियाणा के विभिन्न राज्यों में बीते कुछ दिनों से बारिश होने से तापमान में भारी कमी दर्ज की गई है. अनुमान है कि अगले 4-5 दिनों के दौरान मानसून सामान्य स्थिति से दक्षिण में रहने की संभावना है. ऐसे में मौसम विभाग का कहना है कि 19 जुलाई को पश्चिम-मध्य और उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में एक नया कम दबाव वाला क्षेत्र बनने की संभावना है. ⭐ मौसम का पूर्वानुमान और चेतावनी:- मौसम विभाग के द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक, 21 जुलाई, 2024 तक गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, केरल, लक्षद्वीप, कर्नाटक और गुजरात में हल्की से भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है. इन दिनों तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भारी वर्षा की संभावना है. 18 जुलाई के दिन तमिलनाडु और कर्नाटक में भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है. अगले 5 दिनों के दौरान पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों, बिहार, झारखंड में हल्की बारिश हो सकती है. 17-21 जुलाई के दौरान ओडिशा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. ⭐उत्तर-पश्चिम भारत के मौसम का हाल:- मौसम विभाग के अनुसार, 20 और 21 जुलाई को अरुणाचल प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में बारिश के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना है. हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पूर्वी राजस्थान में गरज और बिजली के साथ बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है. अगले 5 दिनों के दौरान जम्मू-कश्मीर-लद्दाख-गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद में तेज हवा चलने के साथ भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है. 17 और 18 जुलाई को उत्तराखंड के अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. 👉किसानों को बरतनी चाहिए खेती में यह चेतावनी:- इस बीच किसानों को अपने खेती में देखभाल व सावधानी बर्ते,जैसे सब्जी वर्गी फसलों में समय पर पानी निकालने की उचित व्यवस्था करें , मूंगफली,कपास,सोयाबीन,टमाटर,मिर्च आदि फसलों में सल्फर 90 जी का 3 किलोग्राम /एकड़ की दर से 15 किलों अमोनियम सल्फेट के साथ प्रयोग करे.और अपनी फसल में फफूँदनाशक मैंडोज़ 350-400 ग्राम/एकड़ की दर से 150 से 200 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें। या कूपर -1 500 ग्राम /एकड़ 150 से 200 लीटर पानी में घोल बनाकर फसलों की जड़ों के पास ड्रेंचिंग करें । आप की फसल सुरक्षित रहेगी। इसके प्रयोग से आप की फसलों में रोगप्रतोरोधक क्षमता में वृद्धि होगी और आप की फसल फफूँदजनित रोगों से या पीलेपन से सुरक्षित रहेगी। बात करें पशुपालक किसान भाइयों के लिए तो विशेष सावधानियाँ बरते जैसे जानवरो को हरी घास और भूसे के साथ चूनी-चोकर पर्याप्त मात्रा में दे.समय समय पर पानी की व्यवस्था करे। और समय से टीकाकरण अवश्य कराएं । ⭐स्त्रोत:- AgroStar किसान भाइयों ये जानकारी आपको कैसी लगी? हमें कमेंट 💬करके ज़रूर बताएं और लाइक 👍एवं शेयर करें धन्यवाद।
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