किसान कृषी योजनाएग्रोवन
गन्ने की नर्सरी के लिए सब्सिडी
कृषि विश्वविद्यालयों द्वारा विकसित उन्नत तकनीक का उपयोग करके, अगर गन्ने के एक आंख वाले सेट का उपयोग करके एक बैग में उसके पौधे उगाए जाते हैं, तो खेत 1.5 से 2 महीने के लिए अन्य फसलों के लिए उपलब्ध हो जाता है। नर्सरी में उगाए गए पौधे स्वस्थ और तेजी से विकसित होते हैं इसलिए उत्पादन निश्चित रूप से बढ़ जाता है। राज्य सरकार ने राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत इस योजना को लागू करने का निर्णय लिया है।
अंकुरित पौधे कहां प्राप्त करें -
किसानों को कृषि विश्वविद्यालय, गन्ना अनुसंधान केंद्र, पडेगांव वसंतदादा शुगर इंस्टीट्यूट से सुधारित किस्मों के बीज लें और गन्ने की खेती तैयार करें।
लाभार्थी की पात्रता-
इस योजना से लाभ पाने की इच्छा रखने वाले किसान को कृषि में ग्रेजुएट होना चाहिए या फिर गन्ने की खेती में अनुभवी किसान होना चाहिए।
सब्सिडी-
इस योजना के तहत आवश्यक उपकरण और मशीनरी के लिए अनुमानित लागत 2 लाख 50 हजार है। लाभार्थियों को इस योजना के तहत 50% सब्सिडी दी जाती है ।
आवश्यक दस्तावेज-
किसान का नाम 7/12 दस्तावेज़ में होना चाहिए।
अाधार कार्ड की फोटोकॉपी
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - तालुका कृषि अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी का कार्यालय