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आहार से पशुओं को खनिज प्रदान करें
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आहार से पशुओं को खनिज प्रदान करें
सूक्ष्म खनिजों का बहुत कम प्रतिशत शरीर के लिए आवश्यक है। लेकिन उनकी कमी के कारण पशुओं में विभिन्न समस्याएँ हो सकती है, खासकर गर्भवती पशुओं में और दुग्ध पशुओं में जिससे दूध उत्पादन कम हो जाता है। परिणाम स्वरूप, बड़े आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता है। शरीर की आवश्यकता के अनुसार, मुख्य खनिज और सूक्ष्म खनिज ये दो प्रकार के खनिज होते हैं। कैल्शियम, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम, क्लोरीन, सल्फर, मैगनीशियम आदि जैसे मुख्य खनिज महत्वपूर्ण हैं और सूक्ष्म खनिजों में लोह तत्व, जिंक, कॉपर, मोलिब्डेनम इत्यादि शामिल हैं। प्रसव के बाद ये खनिज, अन्य पोषक तत्वों की तरह, दूध उत्पादन, गर्भावस्था के दौरान शरीर के लिए उतने ही महत्वपूर्ण हैं। इनमें से, हम सूक्ष्म खनिजों पर ध्यान देंगे और उनके बारे में समझेंगे।
स्रोत • पशुओं की खनिजों की आपूर्ति चारा (हरे और सूखे) और अन्य पशु-फीड (कपास बीज का केक / तेल के बीज केक) के माध्यम से की जाती है। इनमें चारा और आहार में खनिजों की सामग्री का प्रतिशत भौगोलिक संरचना,घास, पौधों और पेड़ों, फसलों के अवशेष, फसलों के विकास की स्थित पर निर्भर होता है। यह भी देखा गया है कि खनिज सामग्री पर बदलते मौसम का प्रभाव पड़ता है। • सूक्ष्म खनिज बड़े प्रतिशत में हरे चारे / फसल, साइलेज में, मौजूद होते हैं। आम तौर पर घास के चारे की तुलना में द्विदल अनाज की फसल और इसके चारे में खनिजों का प्रतिशत अधिक होता है। हालांकि, पशुओं को दिए जानेवाले चारा और पशु-आहार में आवश्यक पोषक तत्व होते हैं, फिर भी इसमें खनिजों की कमी देखी जाती है। • अधिक मात्रा में दूध उत्पादन और दुधारू पशुओं के स्वस्थ विकास के लिए बड़ी रकम खर्च की जाती है। फिर भी, गर्भावस्था की अवधि के दौरान और प्रसव के बाद, दूध उत्पादन में विभिन्न समस्याएं पैदा होती हैं। आम तौर पर, किसानों को इन समस्याओं के बारे में पता नहीं होता है इसलिए, उपचार पर बड़ी मात्रा में रकम खर्च हो जाती है। इनमें से अधिकतर समस्याएं सूक्ष्म खनिजों की कमी के कारण होती हैं। सूक्ष्म खनिजों की खुराक • आहार के माध्यम से नियमित रूप से पशुओं को खनिज मिश्रण देना आवश्यक है। सूक्ष्म खनिजों की आवश्यकता पशु की शारीरिक स्वास्थ्य स्थिति, उम्र, गर्भधारण की अवधि, दूध उत्पादन की मात्रा, शरीर में खनिज की प्रतिशत / उपलब्धता पर निर्भर करता है। • विभिन्न भौगोलिक रचनाओं के अनुसार, मिट्टी में विशिष्ट खनिजों की कमी का अनुभव होता है। इसके अनुसार पशुओं को खनिज उपलब्ध कराए जाने चाहिए। • यदि खनिज आवश्यकता से अधिक दिए जाए, तो इसका शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव देखाई देता है। इसलिए, पशु चिकित्सा विशेषज्ञों की सलाह ले कर, आवश्यकता के अनुसार पशुओं को खनिज प्रदान करें। संदर्भ- एग्रोवन 10 जनवरी 18
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