कृषि वार्ताआउटलुक एग्रीकल्चर
अबतक साढ़े पांच लाख टन दाल का हुआ सौदा
केंद्र सरकार ने अगस्त में राज्य सरकारों को सस्ती दालें बेचने का फैसला किया था, लेकिन पांच महीने बीतने के बावजूद राज्यों ने केंद्रीय पूल से अभी तक मात्र 5.50 लाख टन दालें ही खरीदी हैं। राज्यों को दालों की बिक्री थोक मूल्य से 15 रुपये प्रति किलो सस्ते भाव पर बेचने का फैसला केंद्र सरकार ने 9 अगस्त 2018 को लिया था। केंद्रीय पूल में दालों का स्टॉक ज्यादा है जबकि राज्यों की मांग सीमित मात्रा में आ रही है। दलहन को स्टॉक में ज्यादा समय तक रख भी नहीं सकते, इसलिए सार्वजनिक कपंनियों को आगे खुले बाजार में बिकवाली ज्यादा करनी पड़ेगी। सूत्रों के अनुसार नेफेड ने खुले बाजार में अभी तक 12 लाख टन से ज्यादा दालें बेची हैं। नेफेड उत्पादक राज्यों में 4,050 से 4,405 रुपये प्रति क्विंटल के भाव चना बेच रही है जबकि नेफेड ने चना की खरीद समर्थन मूल्य 4,620 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की थी।
नेफेड के पास 38 लाख टन दालों का स्टॉक - नेफेड के पास दलहन का करीब 38 लाख टन का बकाया स्टॉक है जबकि चालू खरीफ में उड़द, मूंग और अरहर की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद चल रही है। प्राइस स्पोर्ट स्कीम के तहत नेफेड ने पिछले दो सालों में 51.62 लाख टन दालों की खरीद की है। इसके अलावा भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के पास भी दालों का बकाया स्टॉक है।
स्रोत - आउटलुक एग्रीकल्चर, 12 जनवरी 2019