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प्याज उत्पादन तकनीक
सलाहकार लेखएग्रोस्टार एग्रोनोमी सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस
प्याज उत्पादन तकनीक
सितंबर और अक्टूबर के महीनों में, प्याज की खेती और इसके लिए आवश्यक फसल व्यवस्था महत्वपूर्ण है। प्याज की खेती करने से पहले, जमीन में गहरी जुताई करनी चाहिए और 8 से 10 टन/एकड़ विघटित गोबर खाद अच्छी तरह मिलाकर डालना चाहिए। आडी और टेढ़ी लाइन बनाएं और अपनी सुविधा के अनुसार क्यारियाँ बनाएं। प्याज की खेती करने से पहले, खरपतवार नियंत्रण के लिए, अगर 1.5 मि.ली. ओक्सीफ्लुरोफेन को 1 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव किया जाए तो, 45 दिनों तक खरपतवार ज्यादा नहीं होगा।
प्याज की बुवाई करते समय, दो पौधों के बीच 15 *10 से.मी. की दूरी रखें। प्याज के लिए उर्वरक खुराक प्रति एकड़ 50 किग्रा यूरिया, 50 किग्रा 10:26:26, 20 किग्रा बेनसल्फ होनी चाहिए। बुवाई की शुरुआत में, फॉस्फोरस, पोटाश और सल्फर की पूरी खुराक के साथ यूरिया की आधी खुराक दी जानी चाहिए। 30 से 40 दिनों के बाद, बची हुइ खुराक पौधों को दी जानी चाहिए। रोपण के 25 से 30 दिनों के बाद, 19:19:19 घुलनशील उर्वरक का छिड़काव करना चाहिए। इसके अलावा 60 दिनों के बाद, यदि 0:52:34 घुलनशील उर्वरक का छिड़काव किया जाए तो, यह फसल की जल्दी वृद्धि में मदद करता है। ब्लाईट का नियंत्रण करने के लिए, मैंकोजेब 30 ग्रा./पंप को पानी में मिलाकर 15 से 20 दिनों के अंतराल पर छिड़काव करना चाहिए। चूषक कीट को नियंत्रित करने के लिए, लॅम्डा सायलोथ्रीन 5 EC 10 मी.ली./ पंप या डाइमेथोएट 30 EC 25 मी.ली./ पंप का छिड़काव करना चाहिए। नीचे दिए गए विकल्पों में से फेसबुक, वॉट्सएप या मैसेज का उपयोग करके अन्य प्याज किसानों के साथ इसे अभी शेयर करें।
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