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अरहर मे फली बोरर्स का प्रबंधन
गुरु ज्ञानएग्रोस्टार एग्रोनोमी सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस
अरहर मे फली बोरर्स का प्रबंधन
अरहर की किस्मों मे फली बोरर्स का उपद्रव देर से और मध्य मे अधिक होता है। ग्राम पोड बोरर (हेलिकोवरपा) पूरी तरह से फली पर अपना भोजन करते हैं और अंदर से भोजन प्राप्त करते हैं जबकि फली फ्लाई के लार्वा फली में प्रवेश करते हैं और विकासशील अनाज से भोजन करते हैं। जबकि, स्पोटेड पॉड बोरर लार्वा फूलों/विकासशील फलों को एक साथ जोड़ता है और उन पर से भोजन प्रपट करता है। एकीकृत प्रबंधन: • ग्राम पॉड बोरर (हेलीकॉर्पा) के लिए प्रति हेक्टेयर @ 40 फेरोमोन की जाल स्थापित करें। • बिजली का प्रबंधन योग्य होने पर, खेत में एक विधयुत जाल स्थापित करें। • कीटों की शुरूआत पर, 10 लीटर पानी के साथ नीम बीज कर्नेल पाउडर 500 ग्राम (5%) स्प्रे करे। • प्रति हेक्टेयर HANPV @ 250 LE स्प्रे करे।
• प्रति 10 लीटर पानी बैसिलस थुरिंगिएन्सिस (BT) पाउडर @ 15 ग्राम या बिवेरीयाबासियाना कवक बेस पाउडर @ 40 ग्राम स्प्रे करे। • ज्यादा उपद्रव होने पर, लैम्ब्डा साय हॅलोथ्रिन 5 EC 5 मिली या एमामैक्टिन बेंजोएट 5 SG 3 ग्राम या इंडोक्सकार्ब 15.8 EC 4 मिली या थियोओडिकर्ब 75 WP 20 ग्राम या क्लोरैंट्रानिलिप्रोल 18.5 SC 3 मिली या फ्लुबेन्डियामाइड 480 SC 3 मिली या डेल्टामेथ्रिन 1% + ट्राइज़ोफोस 35 % EC 10 मिली या फ्लुबेन्डियामाइड 20 WG 5 ग्राम या क्लोरोप्रिफोस 50% + साइप्रमेथ्रिन 5% EC 10 मिली या प्रोफेनोफोस 40% + साइप्रमेथ्रिन 4% EC 10 मिली प्रति 10 लीटर पानी के साथ स्प्रे करे। • सब्जी के उद्देश्य के लिए उगाए जाने वाले अरहर में मोनोक्रोटोफॉस स्प्रे न करें। डॉ. टी.एम. भरपोडा, एंटोमोलॉजी के पूर्व प्रोफेसर, बी ए कालेज ऑफ एग्रीकल्चर, आनंद कृषि विश्वविद्यालय, आनंद- 388 110 (गुजरात भारत)
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