गुरु ज्ञानएग्रोस्टार एग्रोनोमी सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस
मूंगफली में पत्ती खाने वाले सुंडी (कैटरपिलर) का नियंत्रण
1 )यह सुंडी अधिक पत्ते खानेवाली होती हैं और कई फसलों पर पाए जाते हैं।
2 )यह फसल के शुरुआती चरणों में अधिक नुकसान करती है।
3 )बारिश के मौसम के दौरान, विशेषकर खरीफ के मौसम के दौरान, जब बारिश शुरू होती है,अगस्त से सितम्बर माह में इसका प्रकोप बढ़ जाता है।
4 )मूंगफली के पत्तों को बड़ी मात्रा में कुतरकर खाती है, इसके कारण पत्तियों पर बड़े छेद दिखाई देते हैं। कुछ सुंडी पत्तियों खाकर केवल शिराओं को छोड़ते हैं।
5 )दोपहर समय में ये सुंडी जमीन के निचे मौजूद फसल के तने को संक्रमित करती है।
6 )इसके नियंत्रण के लिए फेरोमोन जाल लगाए जाएं।
7 )सुंडी का संक्रमण दिखने के बाद तुरंत इसके नियंत्रण के लिए नीम आधारित कीटनाशक 20 मिली (1% ईसी) या 40 मिली (0.15% ईसी) या बेवेरिया बेसियाना कवक आधारित पाउडर @ 40 ग्राम या बेसिलस थुरिंगियन्सिस जीवाणुजन्य पाउडर @ 10 ग्राम प्रति 10 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
8 )अगर अधिक प्रकोप दिखाई दे तो, इसके नियंत्रण में थायोमेथोक्साम 12.6% + लैम्ब्डा साइफलोथ्रिन 9.5% ZC @ 4 मिली या मिथोमिल 40 एसपी @ 12 ग्राम प्रति 10 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
9)और अगर आपके फसल में सुरंगी किट का संक्रमण दिखाई दे रहा है, तो इसके नियंत्रण में डेल्टामेथ्रिन 2.8 ईसी @ 10 मिली या लैंबडा साइहलोथ्रिन 5% ईसी @ 5 मिली प्रति 10 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
स्रोत:- एग्रोस्टार एग्रोनोमी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस,
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