AgroStar
सभी फसलें
कृषि ज्ञान
कृषि चर्चा
अॅग्री दुकान
4 हेक्टर में अनार के बगीचे की कहानी!
सफलता की कहानीZee News
4 हेक्टर में अनार के बगीचे की कहानी!
👉🏻देश खासकर मारवाड़ में गिरते भूजल स्तर के बाद अब किसानों ने भी पारंपरिक खेती को छोड़ कर बागवानी पर जोर दिया है. ऐसी ही एक प्रगतिशील महिला ने बूंद-बूंद सिंचाई का इस्तेमाल कर अपने खेत में कृषि विभाग के अधिकारियों की सलाह पर राज्य व केंद्र सरकार की योजना का लाभ उठाते हुए अपने 4 हैक्टर में अनार का बागीचा लगाया! 👉🏻अब इस बगीचे से किसान को करीब 16 लाख की आमदनी होने की उम्मीद है. जोधपुर जिले के भोपालगढ़ के कुड़ी गांव निवासी प्रगतिशील महिला किसान सुखीदेवी डूडी पत्नि पेमाराम डूडी ने बताया कि खेतों से व्यर्थ बहते हुए बरसात के जल को संचय करने के लिए सामुदायिक फार्म पौण्डका कुछ वर्षों पहले निर्माण करवाया. इसके बाद सौर ऊर्जा संयत्र स्थापित किया. बारिश से पौण्ड में जल की आंवक अच्छी हो रही है! 👉🏻खरीफ व रबी सिचिंत फसलों की बुवाई चलती गई. एक दिन कृषि व उद्यान विभाग अधिकारी से सरकारी योजनाओं (government schemes) पर विस्तृत जानकारी ली. कृषि पर्यवेक्षक रफीक अहमद कुरैशी (Rafiq Ahmed Qureshi) ने बागवानी खेतीं की पद्धति एवं लाभ के बारे मे सलाह देते हुए बताया कि मिट्टी व पानी की जांच करवा कर यदि अनुकूल रीपार्ट आती है तो बूंद-बूंद सिचांई पद्धति को अपनाते हुए सफल बागवानी खेतीं का लाभ लिया जा सकता है.! अनार की खेती को आजमाया- 👉🏻इसके बाद उसने अनार की खेती (Pomegranate Farming) को आजमाया. यही सोच कर तीन वर्ष पूर्व चार हजार अनार के पौधे उद्यानिकी विभाग (Horticulture Department) की सलाह अनुसार स्थापित किए. कुल चार हेक्टर में अनार का बगीचा वर्तमान में स्थापित है. जो सफलतम पनपा है. इस बगीचे में ज्यादा जैविक पद्धति के अवयवों का उपयोग किया गया है. उद्यानिकी योजना में पौधौं पर अनुदान भी मिला. तीन वर्ष तक पौधे पनपने तक पौधे के बीच रिक्त स्थानों में अन्तराशस्य के रूप में खरीफ व रबी की फसलों का उत्पादन निरतंर मिलता रहा! कम सिचाई जल में बागवानी खेती पनप गई- 👉🏻सबसे ज्यादा फायदा यह हुआ कि बूंद-बूंद सिचांई (Irrigation) पद्धति अपनाने से कम सिचाई जल में बागवानी खेती पनप गई. सिचांई बचत जल से सिचिंत खेतीं का अतिरिक्त लाभ हुआ. आज एक पौधे पर अनुमानित दस किलोग्राम फल प्रति पौधे से मिलने की उम्मीद है. प्रति पौधा चार सौ रूपये आय देता है तो कुल चार हजार पौधौं से सौलह लाख की आय दिसंबर महिने में होने उम्मीद है! स्त्रोत:- ज़ी राजस्थान 👉🏻प्रिय किसान भाइयों दी गयी उपयोगी जानकारी को लाइक 👍 करें एवं अपने अन्य किसान मित्रों के साथ शेयर करें धन्यवाद!
23
1