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31 अगस्त तक कर लें ये काम, वरना कट जाएगा 12 वीं किस्त का नाम!
कृषि वार्ताAgrostar
31 अगस्त तक कर लें ये काम, वरना कट जाएगा 12 वीं किस्त का नाम!
👉🏻खरीफ सीजन अपने पीक पर है. जिसमें इन दिनों किसान धान समेत अन्य खरीफ फसलों की बुवाई करने में जुटे हुए हैं. इस सूची में कई ऐसे किसान भी हैं, जिन्होंने कर्ज लेकर या अपने नियमित बजट को असंतुलित कर खेती की है. ऐसे किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधिे याेजना के तहत मिलने वाली 12वीं किस्त का सबसे अधिक इंतजार है. वहीं केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण मंत्रालय ने भी पीएक किसान की 12वीं किस्त भेजने की तैयारी भी शुरू कर दी है. लेकिन, इस किस्त की राशि और किसानों के बीच एक जरूरी काम है. जिसे पूरा करना प्रत्येक किसान के लिए बेहद ही जरूरी है. ऐसा ना करने पर 12वीं किस्त की सूची से किसान भाईयों का नाम कट सकता है। 31 अगस्त तक जरूर करवा लें ई-केवाईसी 👉🏻पीएम किसान की 12वीं किस्त के लिए 31 अगस्त तक कराये जाने वाले इस काम का नाम ई-केवाईसी है. जिसे योजना के प्रत्येक लाभार्थी को कराना जरूरी है. ऐसे में पीएम किसान योजना में पंजीकृत किसान को अपने दर्ज बैंक खाते का ई-केवाईसी आवश्यक रूप से कराना है. ऐसा ना करना किसानों के लिए मुश्किल भरा हो सकता है. मसलन किसानों को किस्त से वंचित किया जा सकता है. इसके पीछे की प्रमुख वजह यह है कि केंद्र सरकार अभी तक ई-केवाईसी कराने की तारीख 6 बार आगे बढा चुकी है। दो तरीकोंं से कराई जा सकती है ई-केवाईसी 👉🏻पीएम किसान योजना के तहत किसानों को 31 अगस्त तक अनिवार्य रूप से ई-केवाईसी करानी है. इसके लिए दो तरीकों का प्रयोग किया जा सकता है. जिसमें पहले तरीके से किसान मोबाइल ओटीपी के आधार पर ई-केवाईसी करा सकते हैं. तो वहीं दूसरी तरीके के तहत किसानों को आधार बॉयोमैट्रिक के जरिये ई-केवाईसी कराना है। 👉🏻मोबाइल ओटीपी के जरिये ई-केवाईसी कराने के लिए किसान को अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर के माध्यम से ई-केवाईसी के लिए आवेदन करना होगा. वहीं आधार बॉयोमैट्रिक ई-केवाईसी के लिए किसानों को कम्प्यूटर सेंटर पर जाकर आवेदन करना होगा। इसलिए जरूरी की गई है ई-केवाईसी 👉🏻पीएम किसान योजना के तहत केंद्र सरकार किसानों के खातों में प्रत्येक साल 6 हजार रुपये की राशि भेजती है. यह राशि एक साल में तीन किस्तों में भेजी जाती है. अभी तक केंद्र सरकार की तरफ से 11 किस्तें किसानों के खातों में भेजी जा चुकी हैं, लेकिन 10 किस्त ई-केवाईसी को अनिवार्य नहीं किया गया था. 11वीं किस्त जारी करने से पहले केंद्र सरकार ने ई-केवाईसी को अनिवार्य किया है. उसका प्रमुख कारण यह है कि योजना का लाभ कई अपात्रों ने भी उठाया था. जिनसे इन दिनों रिकवरी की जा रही है. ऐसे में अपात्रों की पहचान के लिए ई-केवाईसी को आवश्यक किया गया है। स्त्रोत:- Agrostar 👉🏻किसान भाइयों ये जानकारी आपको कैसी लगी? हमें कमेंट करके ज़रूर बताएं और लाइक एवं शेयर करें धन्यवाद!
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