कृषि वार्तादैनिक भास्कर
250 महिलाएं कृषि सखी बनकर सिखा रही हैं जैविक खेती
मध्यप्रदेश के गांवों में रहने वाली 250 महिलाएं कृषि सखी बनकर उप्र के किसानों को जैविक खेती और जैविक कीटनाशक दवा बनाने के गुर सिखा रही हैं। खास बात यह है कि ये सभी महिलाएं महज आठवीं से दसवीं तक ही पढ़ी- लिखी हैं और आजीविका मिशन इन कृषि सखियों को प्रतिदिन के हिसाब से 780 रुपए का मानदेय भी प्रदान कर रहा है। मप्र आजीविका मिशन ने इनमें से 250 श्रेष्ठ कृषि सखियों का चयन कर उन्हें यूपी भेजा और पिछले छह महीने में महिला प्रशिक्षकों ने 15-15 दिन के तीन चरणों में यूपी के विभिन्न अंचल के किसानों को जैविक खेती से जुड़ी तमाम जानकारी प्रदान की। अब एक बार फिर ये सभी कृषि सखी 28 जनवरी से यूपी के ग्रामीण अंचल में पहुंच कर प्रशिक्षण देंगी।
स्रोत - दैनिक भास्कर, 21 जनवरी 2019