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सीखनी हैं मशरूम उत्पादन, फूलों की खेती या बागवानी की बारीकियां, तो यहां फ्री में मिल रही ट्रेनिंग!
कृषि वार्ताTV9 Hindi
सीखनी हैं मशरूम उत्पादन, फूलों की खेती या बागवानी की बारीकियां, तो यहां फ्री में मिल रही ट्रेनिंग!
👉आप अगर मशरूम उत्पादन, फूलों की खेती या मधुमक्खी पालन सहित बागवानी से कमाई करने की सोच रहे हैं तो आपको बेहतर मौका मिलने जा रहा है. उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग उत्तर प्रदेश फ्री में बागवानी प्रशिक्षण देने जा रहा है. एक दिन से एक सप्ताह तक चलने वाले इस प्रशिक्षण के दौरान आपके रहने और खाने की व्यवस्था भी विभाग करेगा। 👉उद्यान विभाग उत्तर प्रदेश के निदेशक आरके तोमर ने टीवी9 हिंदी को बताया एक दिन से एक सप्ताह तक के प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए प्रशिक्षण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है जो अगले 15 दिनों तक चलेगी. विशेषज्ञ प्रशिक्षण हमारे विभिन्न केंद्रों पर देंगे. प्रशिक्षण के आए किसानों, युवक, युवतियों के रहने और खाने का उचित प्रबंध रहेगा। 👉वे आगे बताते हैं कि बागवानी के 17 विषयों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम होना है. जिस कार्यक्रम को लेकर ज्यादा रजिस्ट्रेशन होंगे, सबसे पहले उसी का प्रशिक्षण दिया जाएगा. प्रशिक्षण विषय के विशेषज्ञों द्वारा दिया जाएगा. हम इसका प्रचार-प्रसार भी कर रहे हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा युवा और किसान इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का लाभ उठा पाएं. प्रदेश सरकार किसानों की आय दोगुना करना चाहती है, ये पहल उसी दिश में है। कैसे और कहां हो रहा रजिस्ट्रेशन:- 👉प्रशिक्षण के लिए आपको सबसे पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा जिसके लिए आपको इस लिंक (http://dbt.uphorticulture.in/training.aspx) पर क्लिक करना होगा. लिंक पर क्लिक करते ही आपके सामने एक फॉर्म खुलकर आ जाएगा जिसमें आपको अपने बारे में पूरी जानकारी भरनी होगी. इसके बाद आपको किस प्रोग्राम का ट्रेनिंग लेना है, उसका चयन कर सबमिट कर देना है. अ्रगर आप ऑनलाइन फॉर्म भरने में सक्षम नहीं हैं तो जनपद के जिला उद्यान कार्यालय में जाकर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। ये सब सीखने का है मौका:- 👉उद्यान विभाग उत्तर प्रदेश के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में आप मशरूम उत्पादन और माली की बारीकियां सीख सकते हैं. इसके अलावा औषधीय फसलों की खेती की भी जानकारी दी जाएगी. फलों और सब्जियों की खेती भी सिखाई जाएगी. मधुमक्खी पालन, फल सब्जी सरंक्षण की भी विशेषज्ञों द्वारा ट्रेनिंग दी जाएगी. संरक्षित खेती, पुराने बागों का जीर्णोद्धार, आम निर्यात के लिए बाग का उचित प्रबंधन और सूक्ष्म सिंचाई पद्धति (पर ड्रॉप मोर क्रॉप) का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा. आईपीएम, उद्यमिता विकास योजना, फलपट्टी विकास योजना, पान की खेती और फूलों की खेती के बारे में की भी ट्रेनिंग दी जाएगी. इनमें से ज्यादातर कार्यक्रम एक दिन के हैं तो कई कार्यक्रम एक सप्ताह तक चलेंगे, इस दौरान प्रशिक्षुओं के रहने-खाने की व्यवस्था विभाग करेगा। स्रोत:- TV 9 Hindi, 👉 प्रिय किसान भाइयों अपनाएं एग्रोस्टार का बेहतर कृषि ज्ञान और बने एक सफल किसान। दी गई जानकारी उपयोगी लगी, तो इसे लाइक 👍 करें एवं अपने अन्य किसान मित्रों के साथ शेयर करें धन्यवाद!
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