सलाहकार लेखएग्रोस्टार एग्रोनोमी सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस
सरसों में मृदुरोमिल आसिता रोग से बचाव!
👉🏻किसान भाइयों सरसों में यह रोग लगने से 20-45 प्रतिशत तक उत्पादन में कमी हो जाती है। यह रोग फफूंद के कारण लगता है। रोग का लक्षण सबसे पहले नयी पत्तियों के निचली सतह पर बैंगनी भूरे रंग के छोटे गोल धब्बे बनते हैं। जो कि आकार में बढ़ जाते हैं। पत्तियों की निचली सतह पर बैंगनी रंग की मृदुरोमिल आसिता दिखाई पड़ती है और ऊपरी सतह पर पीले धब्बे पड़ जाते हैं।
👉🏻नियंत्रण के उपाय :-
मेटालैक्सिल-एम 31.8% ईएस @ 3.5 मिली० प्रति किलोग्राम बीज की दर से बीज को उपचारित करें।
मेटालैक्सिल एम 4% + मैंकोजेब 64 % डब्ल्यूपी की 1 किलोग्राम मात्रा को 400 लीटर पानी में घोलकर प्रकोपित फसल पर छिड़काव करें।
स्रोत:- एग्रोस्टार एग्रोनोमी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस,
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