AgroStar
सभी फसलें
कृषि ज्ञान
कृषि चर्चा
अॅग्री दुकान
लाखो किसानों के खाते में पहुंचे 1,38,330 करोड़ रुपये !
कृषि वार्ताTV 9 Hindi
लाखो किसानों के खाते में पहुंचे 1,38,330 करोड़ रुपये !
👉 खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग-डीएफपीडी के सचिव सुधांशु पांडे ने बताया कि बताया कि, वर्तमान खरीफ 2020-21 में धान की खरीद इसकी बिक्री वाले राज्यों में सुचारू रूप से जारी है. 02.06.2021 तक 799.74 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान क्रय किया जा चुका है (इसमें खरीफ फसल का 706.69 लाख मीट्रिक टन और रबी फसल का 93.05 लाख मीट्रिक टन धान शामिल है), जबकि पिछले वर्ष की इसी समान अवधि में 728.49 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा गया था. मौजूदा खरीफ विपणन सत्र में लगभग 118.60 लाख किसानों को पहले ही एमएसपी मूल्य पर 1,50,990.91 करोड़ रुपये के खरीद कार्य से लाभान्वित किया जा चुका है. जिसमें से एमएसपी की 1,38,330.12 करोड़ रुपये की राशि 2 जून तक सीधे किसानों के खाते में ट्रांसफर की गई है. जारी है गेहूं की खरीद 👉 गेहूं की खरीद वर्तमान रबी विपणन सत्र आरएमएस 2021-22 के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली तथा जम्मू और कश्मीर राज्यों में सुचारु रूप से जारी है. उन्होंने कहा कि, 02.06.2021 तक 411.12 लाख मीट्रिक टन गेहूं क्रय किया गया है, जबकि पिछले साल की इसी समान अवधि में 389.92 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया था. 👉 सुधांशु पांडे ने बताया कि, लगभग 44.43 लाख किसान मौजूदा रबी विपणन सत्र में एमएसपी मूल्यों पर हुए खरीद कार्यों से लाभान्वित हो चुके हैं और किसानों से 81,196.20 करोड़ रुपये की खरीद की गई है, जिसमें से 76,055.71 करोड़ रुपये की राशि पहले ही देश भर के किसानों को हस्तांतरित की जा चुकी है. 👉 पंजाब में लगभग 26,103.89 करोड़ रुपये और हरियाणा में करीब 16,706.33 करोड़ रुपये सीधे किसानों के खाते में ट्रांसफर किए जा चुके हैं. 👉 यह बताना महत्वपूर्ण है कि, 02 जून, 2021 तक 411.12 लाख मीट्रिक टन गेहूँ की कुल खरीद में पंजाब का प्रमुख योगदान- 132.27 लाख मीट्रिक टन (32.17%), हरियाणा का- 84.93 लाख मीट्रिक टन (20.65%) और मध्य प्रदेश से-128.08 लाख मीट्रिक टन (31.15%) का योगदान रहा है. 👉 इस वर्ष सार्वजनिक खरीद के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है, जब हरियाणा और पंजाब ने भी एमएसपी का अप्रत्यक्ष भुगतान करने के स्थान पर सभी खरीद एजेंसियों द्वारा किसानों के बैंक खाते में सीधे ऑनलाइन हस्तांतरण के लिए भारत सरकार के निर्देश के अनुसार डिजिटल माध्यम को अपना लिया है. 👉 जिससे किसानों को बिना किसी देरी और कटौती के “एक राष्ट्र, एक एमएसपी, एक डीबीटी” के तहत अपनी गेहूं की फसल की बिक्री का प्रत्यक्ष लाभ प्राप्त हुआ है. स्रोत:- TV 9 Hindi, 👉प्रिय किसान भाइयों अपनाएं एग्रोस्टार का बेहतर कृषि ज्ञान और बने एक सफल किसान। दी गई जानकारी उपयोगी लगी, तो इसे लाइक 👍🏻 करें एवं अपने अन्य किसान मित्रों के साथ शेयर करें धन्यवाद!
7
0
अन्य लेख