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लसी / मिथाइल यूजीनॉल जाल (ट्रैप्स) खुद तैयार करें और अमरूद में फ्रूट फ्लाई का प्रबंधन करें
आप फ्रूट फ्लाई के कारण अमरूद में होने वाले नुकसान के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं। फ्रूट फ्लाई न केवल उत्पादन को कम करता है बल्कि गुणवत्ता को भी खराब करता है। स्वच्छ खेती, गिरने वाले फलों का संग्रह और नष्ट करना, अक्सर इंटर कल्चर करना और बाजार में उपलब्ध मिथाइल यूजीनॉल प्लाई वीड ब्लॉक्स (2” x 2”) ट्रैप्स/जाल लगाना 6 @ प्रति हेक्टेयर जाल पेड़ों पर बराबर दूरी पर लगाना प्रमुख नियंत्रण उपाय हैं। हालांकि, घर पर मामूली लागत से इन प्रकार के जाल को तैयार करना आसान है।
जाल बनाने की तैयारी के लिए विधि -
• मिथाइल यूजीनॉल 20 मिलीलीटर, डीडीवीपी 76 ईसी 2 से 3 बूंदें और एक लीटर पानी लेकर एक घोल तैयार करें। स्पंज का एक टुकड़ा लें और इसे घोल में डुबायें। उपचारित स्पंज को 2.5 सेमी व्यास के दोनों तरफ से कटे हुए गोलाकर प्लास्टिक जार में रखें। जाल तैयार है।
• पेड़ पर इस तरह के 16 जालों को जमीन से 1.5 मीटर ऊपर प्रति हेक्टेयर लगायें।
• मिथाइल यूजीनॉल के बजाय, काली तुलसी पत्तियों (500 ग्राम काली तुलसी की पत्ती) का का अर्क भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
• हर 2 से 3 दिनों में पकड़ी गयी फूट फ्लाई को इकट्ठा करें और हटा दें और स्पंज को रिचार्ज करें।
• इसके अलावा, बगीचे के चारों ओर काली तुलसी के पौधे उगायें और समय-समय पर उन पर डाइक्लोरवोस 76 ईसी 10 मिलीलीटर प्रति 10 लीटर पानी में छिड़ाकव करें।
इसके अलावा फल के मार्बल साइज चरण से 15 दिनों के अंतराल पर 2-3 बार मेढ़ों/बांध और पेड़ों पर भी जहरीला चारा (गुड़ या राब/शीरा 400 ग्राम + क्विनलफॉस 25 ईसी 20 मिलीलीटर + 10 लीटर पानी) का छिड़काव करें
डॉ. टी.एम. भरपोडा,
एंटोमोलॉजी के पूर्व प्रोफेसर,
बी ए कालेज ऑफ एग्रीकल्चर, आनंद कृषि विश्वविद्यालय, आनंद- 388 110 (गुजरात भारत)