अंतरराष्ट्रीय कृषिनोएल फार्म
रेशम कीट पालन रेशम प्रसंस्करण के लिए
1. रेशमकीट का जीवन चक्र अंडे से शुरू होता है, एवं अंडे से सूंडी निकलती है इसको शहतूत की पत्तियों से खिलाई जाती है।
2. 25- 30 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान रेशमकीट की वृद्धि और विकास के लिए अच्छा होता है।
3. जब सूंडी बड़ी होती हैं तो उन्हें फ्रेम में रखा जाता है ताकि वे कोकून तैयार कर सकें।
4. जब कोकून पूरी तरह से बनता है, तो उन्हें रेशम के निष्कर्षण के लिए भेजा जाता है।
5. रेशम की निकासी हाथ से या स्वचालित तरीके से की जाती है।
स्रोत: नोएल खेत
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