कृषि वार्तालोकमत
मौसम की भविष्यवाणी करने की क्षमता बढ़ी
मुंबई। आधुनिक प्रणाली के उपयोग के कारण, पिछले कुछ वर्षों में, मौसम के पूर्वानुमान का क्षेत्र का अतंर लगभग 200 किमी से घटकर 12 किमी रह गया है। एक डॉपलर-रडार की मदद से सही अनुमान लगाया जा सकता है कि अगले दो घंटों में कहां और कितनी बारिश होगी।
मुंबई क्षेत्रीय मौसम विभाग के उप निदेशक कृष्णानंद होसलीकर के अनुसार, मौसम संबंधी पूर्वानुमान प्रणाली में एक 'मेगासिटी फोरकास्ट सिस्टम' होगा और यह मौसम के सटीक पूर्वानुमान के लिए मौसम विभाग को सक्षम बनाएगा। उन्होंने कहा कि भारतीय मौसम विभाग 1875 से काम कर रहा है और किसी को भी यह जानकारी नहीं है कि मौसम विभाग के पास 150 साल की जानकारी का भंडार है। मौसम विभाग देश भर में 55 डॉपलर रडार स्थापित कर रहा है और अब तक उनमें से लगभग 25 स्थापित किए जा चुके हैं।
स्रोत - लोकमत, 10 अगस्त 2019
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