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 मिलीबग कीट का नियंत्रण
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मिलीबग कीट का नियंत्रण
👉मिलीबग एक खतरनाक सफेद रंग का कीट है, जो नर्सरी और बढ़ते पौधों को गंभीर नुकसान पहुंचाता है। यह कीट पौधों की कोमल पत्तियों का रस चूसता है, जिससे पौधे की ग्रोथ रुक जाती है और धीरे-धीरे सूखने लगता है। मिलीबग वसंत और पतझड़ के मौसम में अधिक सक्रिय रहता है। 👉इस कीट का प्रमुख लक्षण यह है कि यह पौधे पर शहदनुमा चिपचिपा पदार्थ स्रावित करता है, जिसके कारण पौधों पर काली फफूंद (सूटी मोल्ड) जम जाती है। यह फफूंद पौधों की प्रकाश संश्लेषण की क्षमता को कम कर देती है, जिससे पौधों की सेहत और उपज पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। 👉नियंत्रण के उपाय: मिलीबग की रोकथाम और नियंत्रण के लिए नीचे दिए गए उपाय करें: 1. प्रभावित पौधों की नियमित निगरानी करें। 2. डायमेथोएट 30% ईसी घटकयुक्त **एग्रोअर** का उपयोग करें। - डोज़: 1 मिली प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। 3. फसल अवशेष और खरपतवार को खेत से हटाएं, क्योंकि ये कीटों के छिपने के स्थान होते हैं। 4. फसल चक्र और पौधों की उचित दूरी का पालन करें। 👉इन उपायों को समय पर अपनाकर मिलीबग के प्रकोप को नियंत्रित किया जा सकता है और पौधों को स्वस्थ बनाए रखा जा सकता है। 👉स्त्रोत:- AgroStar किसान भाइयों ये जानकारी आपको कैसी लगी? हमें कमेंट करके ज़रूर बताएं और लाइक एवं शेयर करें धन्यवाद।
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