आज का सुझावएग्रोस्टार एग्रोनोमी सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस
मिर्च में बेहतर उत्पादन के लिए उरवर्क का समुचित प्रयोग !
मिर्च में बेहतर उत्पादन के लिए उरवर्क का समुचित प्रयोग !
मिर्च की फसल में अच्छा उत्पादन लेने के लिए फसल में पोषकतत्व का सही अवस्था पर प्रयोग करना उचित रहता है। जैसे की रोपाई के एक सप्ताह बाद जब पौधे की जड़ों का विकास होने लगे तब आप एक महीने तक एन.पी.के 19:19:19 @ 2 किलोग्राम / एकड़ 200 लीटर पानी में घोलबानाकर ड्रिप सिंचाई के माध्यम से एक दिन छोड़कर दें।
जब आपकी फसल एक महीने की हो जाए तब बोरॉन @ 1 किलोग्राम / एकड़ 200 लीटर पानी में घोलबानाकर ड्रिप सिंचाई से दें, जिससे आगे आपकी फसल में फूल गिरने की समस्या न हो। चार दिन बाद कैल्सियम नाइट्रेट @ 5 किलोग्राम / एकड़ 200 लीटर पानी में घोलबानाकर ड्रिप सिंचाई से दें। यह पौधों की कैल्शियम की कमी को कम करता है और फसलों के बढ़ने और मजबूती में सहायता करता है। कीटनाशक और रोगों के प्रति सहिष्णुता के माध्यम से पौधे को स्वस्थ और मजबूत बनाये रखता है।
कैल्सियम नाइट्रेट प्रयोग करने के चार दिन बाद फसल में फूल अवस्था आने पर फसल में एन.पी.के 12:61:00 (मोनोमोनियम फॉस्फेट) @ 5 किलोग्राम / एकड़ 200 लीटर पानी में घोल बनाकर ड्रिप सिंचाई के माध्यम से देना चाहिए। इस एन.पी.के अंदर नाइट्रोजन की मात्रा कम और फॉस्फोरस की मात्रा अधिक होती है। इसके प्रयोग से फसल में फूलों, फलों के समुचित विकास को बढ़ावा मिलता है।
स्रोत:- एग्रोस्टार एग्रोनोमी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस,
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