कृषि वार्ताAgroStar
मिट्टी जनित कीटों का करें विनाश!
👉थियामेथोक्सम 75% एसजी एक प्रभावी कीटनाशक है जो विभिन्न फसलों पर दीर्घकालिक कीट नियंत्रण प्रदान करता है। यह उत्पाद दीमक, हरा फुदका, भूरा फुदका, जैसिड और थ्रिप्स जैसे हानिकारक कीटों से बचाव के लिए उपयुक्त है।
👉मात्रा और उपयोग विधि
- मूंगफली: दीमक नियंत्रण के लिए 50 ग्राम/एकड़।
- कपास: हरा तेला और थ्रिप्स के लिए 50 ग्राम/एकड़।
- गन्ना: दीमक और कन्सुआ के लिए 64 ग्राम/एकड़।
- धान: हरा और भूरा फुदका के लिए 60 ग्राम/एकड़। इसे 200 मिली पानी में घोलकर 8 किलो रेत के साथ मिलाएं और बुरकाव करें।
👉प्रभावकारिता और लाभ
यह कीटनाशक दीमक, अर्ली शूट बोरर, जैसिड, लीफहॉपर और अन्य कीटों पर असरदार है। इसके उपयोग से कीट नियंत्रण लंबे समय तक बना रहता है। यह अधिकांश रसायनों के साथ सुसंगत है, जिससे इसे अन्य उत्पादों के साथ उपयोग करना आसान हो जाता है।
👉पुनरावृत्ति
कीट के प्रकोप और तीव्रता के अनुसार पुन: छिड़काव किया जा सकता है।
👉लागू फसलें
मूंगफली, गन्ना, धान और कपास।
👉विशेष जानकारी
थियामेथोक्सम फसलों को सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ उत्पादन बढ़ाने में भी मदद करता है। इसका उपयोग आसान है और यह किसानों के लिए एक भरोसेमंद विकल्प है।
👉स्त्रोत:- AgroStar
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