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मक्का की खेती के लिए खेत की तैयारी एवं बीज दर!
सलाहकार लेखएग्रोस्टार एग्रोनोमी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस
मक्का की खेती के लिए खेत की तैयारी एवं बीज दर!
👉🏻किसान भाइयों जायद में मक्का की खेती कर किसान अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। विश्व के सकल खाद्यान्न उत्पादन में इसका 25 फीसद योगदान है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह फसल कम समय में तैयार होती है। खेत की तैयारी:- 👉🏻गहरी भारी मिट्टी मक्का की खेती के लिए उपयुक्त समझी जाती है क्योंकि यह पानी को अपने अन्दर अधिक समय तक रोक सकती है। इसकी खेती में लवण युक्त व क्षारीय मिट्टी से बचना चाहिए क्योंकि ऐसी मिट्टी में अंकुरण के समय से ही फसल को नुकसान पहुंचने लगता है। जल भराव होने की स्थिति में फसल सूख जाती है। उपयुक्त प्रजाति:- 👉🏻मक्का की जल्द पकने वाली प्रजाति 70 से 80 दिन तथा देर से पकने वाली प्रजाति 90 से 100 दिन में तैयार हो जाती है। इसके लिए मोनसेंटो का डेकाल्ब 9108 प्लस, सिंजेंटा S 6668 प्लस उचित प्रजाति है। बुवाई का समय:- 👉🏻जायद मक्का की बोआई का उचित समय फरवरी के अन्तिम सप्ताह से पन्द्रह मार्च तक है। प्रति एकड़ 6 से 8 किग्रा० बीज की जरूरत होती है। बुवाई की विधि:- 👉🏻वैसे तो मक्का की बुवाई कई विधि से होती है लेकिन कूंड़ में बुवाई की विधि सबसे अच्छी होती है। इसके अलावा संकर प्रजाति की बुवाई डिबलिंग से की जा सकती है। इस विधि से बीज की मात्रा कम लगती है। देशी मक्का के लिए 45 सेमी तथा संकर मक्का के लिए 60 सेमी कूंड़ से कूंड़ की दूरी होनी चाहिए। पौध से पौध की दूरी 20 से 25 सेमी होनी चाहिए। \ स्रोत:- एग्रोस्टार एग्रोनोमी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस 👉🏻प्रिय किसान भाइयों अपनाएं एग्रोस्टार का बेहतर कृषि ज्ञान और बने एक सफल किसान। दी गई जानकारी उपयोगी लगी, तो इसे लाइक👍करें एवं अपने अन्य किसान मित्रों के साथ शेयर करें धन्यवाद!
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