AgroStar
सभी फसलें
कृषि ज्ञान
कृषि चर्चा
अॅग्री दुकान
बीटा वल्गैरिस- यह चारा खिलाए पशुओं में दुग्ध उत्पादन क्षमता बढ़ाए!
पशुपालनTV9
बीटा वल्गैरिस- यह चारा खिलाए पशुओं में दुग्ध उत्पादन क्षमता बढ़ाए!
👨🏻‍🌾प्रिय किसान भाइयों, पशुओ के लिए चारा का इंतजाम करवाने के लिए काफी किसान भाई हरा चारा की बोवाई करते हैं, लेकिन राजस्थान के शुष्क इलाको में हरा चारा लगाना मुश्किल हैं! 👉हरा चारा की कमी के कारण पशुओं की दुग्ध उत्पादन क्षमता प्रभावित तो होती ही है, साथ ही स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है! 👉इसी वजह से हमारे कृषि वैज्ञानिक इस चुनौती को दूर करने के लिए उन्हें चुकंदर के एक किस्म से इस समस्या को दूर करने की दिशा में सफलता मिलती दिख रही है. माना जा रहा है कि इससे पशुपालकों की एक बड़ी समस्या का समाधान हो जाएगा. कम समय में तैयार हो जाता है चारा- 👉बीटा वल्गैरिस नाम के इस पौधे से 5-6 किलो वजन के कंद पैदा हो जाते हैं.बीटा वल्गैरिस खराब पानी और मिट्टी में भी 200 टन प्रति हेक्टेयर के हिसा से हरे बायोमास का उत्पादन कर सकती है. समय में भी सिर्फ चार महीने का ही लगता है. यह चारा खिलाने से दुग्ध उत्पादन क्षमता में हुई वृद्धि- 👉बायोमास को जब मवेशियों को खिलाया गया तो नतीजे शानदार थे और दूध उत्पादन क्षमता में 8 से 10 फीसद सुधार देखने को मिला. 👉प्रदर्शन राजस्थान के बाड़मेर, जोधपुर, नागौर, पाली, सिरोही, बीकानेर, सीकर, झुंझुनी, अजमेर, जयपुर, चुरू, भरतपुर, श्रीगंगानगर, अलवर, कोटा और बूंदी में किया गया. अगर आप वीटा वल्गैरिस की ज्यादा से ज्यादा पैदावार चाहते हैं तो इसे दोमट मिट्टी में उगाना होगा. 👉इसकी बुवाई के लिए सही समय मध्य अक्टूबर से मध्य नवंबर तक है. इसे मेड़ों पर बोया जाता है. गायों और भैंसों के लिए हर रोज 15 से 20 किलो चारा काफी है. चुकंदर के इस चारा किस्म से पशुपालक अपनी चारा जरूरतों को आसानी से पूरा कर सकते हैं. लागत कम होने से किसानों के लिए यह फायदे का सौदा है. स्त्रोत:- TV9 👉 प्रिय किसान भाइयों अपनाएं एग्रोस्टार का बेहतर कृषि ज्ञान और बने एक सफल किसान। दी गई जानकारी उपयोगी लगी, तो इसे लाइक 👍 करें एवं अपने अन्य किसान मित्रों के साथ शेयर करें धन्यवाद!
18
7
अन्य लेख