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फसल नुकसान का कैसे करें आवेदन!
🌱बीते दिनों देश के कई हिस्सों में बारिश एवं ओला वृष्टि से किसानों की फसलों को क़ाफ़ी नुकसान हुआ है, जिसको देखते हुए राज्य सरकारों द्वारा किसानों को राहत देने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं। इस कड़ी में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने हाल ही में हुई ओला वृष्टि की समीक्षा के लिए बैठक आयोजित की। समीक्षा बैठक में जानकारी दी गई कि प्रभावित जिलों में किसानों के हित में आवश्यक प्रकिया प्रारंभ कर दी गई है।
🌱किसानों को कितना मुआवजा दिया जाएगा राजस्व मंत्री ने किसानों ने बताया कि ओलावृष्टि से गेहूँ चना मसूर, धनिया प्याज आदि की फसल को नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार, किसानों के साथ है। प्रभावित फसलों का सर्वे करने के बाद राहत राशि दी जाएगी। इसके निर्देश अधिकारियों को दिए गए है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर वह ओला प्रभावित फसलों का निरीक्षण करने आए है। पूरे प्रदेश में ओला प्रभावित फसलों का सर्वे किया जा रहा है।
🌱राजस्व मंत्री ने कहा कि फसलों के नुकसान के आधार पर राहत राशि दी जाती है। फसल में 50 प्रतिशत से अधिक नुकसान होने पर 32 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर राहत राशि देने का प्रावधान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार ने किया है। किसानों के साथ सरकार हर कदम पर खड़ी है। इन जिलों में हुआ है बारिश एवं ओला वृष्टि से फसलों को नुकसान गौरतलब है कि 26 एवं 27 फरवरी को पश्चिमी विक्षोभ के कारण जबलपुर, शहडोल, ग्वालियर एवं नर्मदापुरम संभाग के सभी जिलों, रीवा संभाग के कुछ जिलों और सागर, दमोह, खण्डवा, इंदौर, टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, सतना, बड़वानी, पन्ना, भोपाल, विदिशा, रायसेन, खरगोन, सिंगरौली एवं सीधी जिलों में असामयिक वर्षा हुई है।
🌱राजस्व मंत्री ने बताया कि इससे पूर्व 11 से 14 फरवरी 2024 के मध्य हुई असामयिक वर्षा एवं ओलावृष्टि से प्रभावित 8 जिलों में सर्वे के बाद 25 तहसीलों के 196 गाँवों के 16 हजार 481 किसानों को 17 करोड़ 81 लाख रूपये की राहत राशि वितरित करने की कार्यवाही की जा रही है।
🌱स्त्रोत:-AgroStar
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