गुरु ज्ञानAgroStar
फसलों मे सनबर्न के लक्षण और बचाव!
🌱सूर्य के तेज प्रकाश का प्रभाव मुख्य रूप से पौधे के मुख्य तने पर अधिक दिखाई देता है| सनबर्न के कारण मुख्य तने में
दरार पड़ने लगती है धीरे धीरे यह लक्षण पौधे के ऊपरी हिस्से में भी बढ़ने लगता है |
🌱प्रभावित होने की वजह से पौधे का भोजन एवं जल सवहन बाधित हो जाता है इन कोशिकाओं के प्रभावित होने के कारण द्वितीय संक्रमण के रूप में फफूंद जनित बीमारिया लगने लगती है|पौधे में संक्रमित क्षेत्र की अधिकता से जडे भी प्रभावित होती है, जिससे मृदा जनित रोग
के आसार बढ़ जाते है |तेज प्रकाश के कारण अमरुद के फल की ऊपरी त्वचा का रंग ईट के रंग के समान लाल पड़ने लगता है, जिससे फल आकर्षक नहीं दिखता है.
🌱सूर्य के तेज प्रकाश का प्रभाव मुख्य रूप से पौधे के मुख्य तने पर अधिक दिखाई देता है.
सनबर्न के कारण मुख्य तने में दरार पड़ने लगती है धीरे धीरे यह लक्षण पौधे के ऊपरी हिस्से में भी बढ़ने लगता है.
प्रभावित होने की वजह से पौधे का भोजन एवं जल सवहन बाधित हो जाता है इन कोशिकाओं के प्रभावित होने के कारण द्वितीय संक्रमण के रूप में फफूंद जनित बीमारिया लगने लगती है.
🌱पौधे में संक्रमित क्षेत्र की अधिकता से जडे भी प्रभावित होती है, जिससे मृदा जनित रोग के आसार बढ़ जाते है.
तेज प्रकाश के कारण अमरुद के फल की ऊपरी त्वचा का रंग ईट के रंग के समान लाल पड़ने लगता है, जिससे फल आकर्षक नहीं दिखता है |
🌱सनबर्न से बचाव :-
●बगीचे और फसलों के जड़ क्षेत्र में संतुलित नमी सुनिश्चित करे गर्मियों में वाष्पोत्सर्जन जड़ क्षेत्र में नमी कम कर देता है ●इसलिए नमी की निरन्तर जांच कर के नमी सिचाई द्वारा बनाये रखे.
●नये पौध रोपण में जूट के कपडे /शेड नेट के उपयोग से पौधे को ढके (उत्तर और पूर्व दिशा में खुला रखे ).
●आर्गेनिक मल्च का उपयोग पौधे के तने को आंशिक रूप से सनबर्न से बचाता है.
●मुख्य तने को गर्मियों के मौसम में अख़बार के द्वारा ढक कर रखना लाभप्रद है.
●फलों को सनबर्न से बचाने के लिए फलों की बैगिंग करें, फलो में बैगिंग करने की प्रक्रिया की जानकारी के लिए दी गई लिंक पर जाये.
🌱स्रोत:-Agrostar
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