जैविक खेतीकिसान मासिक
फल छेदक कीट का जैविक नियंत्रण
आमतौर पर टमाटर, मटर,बैंगन, भिंडी आदि फ़सलों पर फल छेदक कीट का ज्यादा संक्रमण होने पर किसानों का आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता है। इसलिए इन कीटों का उचित समय पर नियंत्रण करना चाहिए।
1. कीटों का नियंत्रण करने के लिए मुख्य फसल में मक्का लोबिया जाल फसल के रूप में लगाना चाहिए।
2. टमाटर की फसल में 14 - 15 पंक्तियों के बीच 2 पंक्ति गेंदा की लगानी चाहिए। गेंदा फसल की बुवाई टमाटर की फसल लगाने से 15 दिनों पहले लगाना चाहिए।
3. रोपण के बाद 40 से 45 दिनों के भीतर, ट्राइकोग्रामा चिलोनीस खेत में 40 -45 हजार एकड़ कीट मुक्त करता है। मतलब, ये कीट, फल छेदक पतंगे के अंडे में अपने स्वयं के अंडे देते हैं, उसके कारण फल छेदककीटों केअंडे नष्ट हो जाते है । कीड़ों के अंडों को नष्ट कर देता है।
4. फल छेदक कीट के नियंत्रण के लिए नीमअर्क 5 % छिड़काव करना चाहिए।
5. खेतों में प्रति एकड़ 5 - 6 फेरोमोन जाल लगाना चाहिए।
6. संक्रमित फलों को निकाल कर नष्ट कर देना चाहिए।
संदर्भ - किसान मासिक
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