पशुपालनएग्रोवन
प्रोटीन और खनिज की आवश्यकता को पूरा करने के लिए पशु चारा
ज्वार और बाजरा का भूसा पशु चारे के रूप में उपयोग किया जाता है ।
कुछ क्षेत्रों में यह चारा बहुत कम गुणवत्ता वाला होता है।
जानवरों की प्रोटीन और खनिज आवश्यकताएं पूरा करने के लिए, उनके आहार में पौष्टिक खाद्य घटकों का होना आवश्यक है।
● जानवरों को किस तरह से और किस प्रकार का चारा दिया जाता है, इसके आधार पर प्रोटीन और ऊर्जा युक्त पशु आहार की मात्रा निश्चित की जानी चाहिए।
● घर पर पशु आहार बनाने के लिए, हमें विभिन्न घटकों और उनके बाजार मूल्य के बारे में जानकारी होनी चाहिए।
● यदि हमें आवश्यक घटकों या पास के क्षेत्र में उपलब्ध घटकों के बारे में और आम तौर पर पशु आहार में इस्तेमाल न हो रहे घटकों की जानकारी न हो तो हम कम से कम लागत में पशु चारा नहीं बना सकते ।
पशु आहार बनाने के लिए आवश्यक खाद्य घटक
● ऊर्जा स्रोत:
(30 से 40) मक्का, जौ, गेहूँ, ज्वार, जई आदि.
● प्रोटीन स्रोत:
(25 से 30%) कपास बीज का केक, मूंगफली का केक, सोयाबीन आदि ।
● अनाज के द्वितीयक घटक:
(10 से 40%) गेहूं का चोकर, धान का चोकर, चावल की टुकडे , हरा चना चूर, अरहर चूर , मसूर चूर व चना आदि।
● गन्ने के गुड़ का सीरा (7 से 10%)
● नमक:
(1%)
● यूरिया: (0.5 से 1.0 %)
● खनिज और क्षार का मिश्रण:
(2%)
पशु आहार तैयार करने की विधि (100 किग्रा के लिए)
● पहले, प्रोटीन और ऊर्जा स्रोत के घटकों को अलग अलग पीसना चाहिए।
● 25-30 किलोग्राम प्रोटीन स्रोत और 30-40 किलोग्राम ऊर्जा स्रोतों को मिलाएं और इसके लिए अनाज के द्वितीयक घटक डालें।
● जैसे गन्ने का गुड़ चिपचिपा होने के कारण, इसे सावधानी से मिलाना चाहिए।
अंत में, यूरिया, नमक और खनिज और लवण का मिश्रण डालेंं।
● सभी घटकों को अच्छी तरह से मिलाएं और अच्छी तरह मिश्रित करें और इसे एक सूखी जगह पर हवा बंद बैग में रखें।
सबसे अच्छे पशु आहार के लक्षण
● सर्वश्रेष्ठ पशु चारे में 18 से 20% प्रोटीन और 65 से 75% ऊर्जा की मात्रा होनी चाहिए।
● पशु आहार में नमी 11% से अधिक नहीं होनी चाहिए। क्योंकि, नम पशु चारा कवक से ग्रस्त हो सकता है।
जानवरों को पशु आहार देने के दौरान ...
● यदि जानवरों को हरा मक्का और साइलेज देना हो, तो 25% कम पशु आहार दें।
यदि ल्यूसर्न, बरसीम जैसा हरा चारा दिया जाता है, तो पशु चारा 50% कम दिया जाना चाहिए।
● पहले 7 से 8 दिनों के लिए, पशु चारे की मात्रा को धीरे-धीरे बढ़ाएं।
अन्यथा इससे पाचन प्रक्रिया बिगड़ सकती है और पेट में एसिड की मात्रा में वृद्धि हो सकती है।
● पशु के दूध उत्पादन क्षमता के आधार पर 1,2,3 प्रकार के पशु चारे का उपयोग करें।
● अगर इसे सूखे या हरे चारे के साथ दिया जाता है, तो इससे पाचन क्षमता बढ़ जाती है।
● पशु आहार हमेशा सूखी जगह पर और पशु से दूर रखें।
संदर्भ- एग्रोवन 10 नवंबर 2017