कृषि वार्ताAgrostar
पंजीकरण की चिंता खत्म!
👉राजस्थान सरकार फलों का निर्यात के लिए किसानो का पंजीयन प्रदेश में किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा बागवानी फसलों जैसे फल, फूल, सब्जी आदि को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए सरकार द्वारा किसानों की उपज को सीधे बाजार में पहुँचाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। इसमें बागवानी फसलों का दूसरे देशों को निर्यात करना भी शामिल है। कृषि उत्पादों के निर्यात के लिए किसानों का एपीडा में पंजीकरण होना आवश्यक है।
👉इसके लिए राजस्थान कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री दिनेश कुमार ने फलों के निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए किसानों का कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) में रजिस्ट्रेशन कराने के निर्देश दिए हैं। यह बात उन्होंने सचिवालय में किन्नू, संतरा, अनार और अमरूद के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान कही।
👉हर महीने किया जाएगा 50 किसानों का होगा पंजीयन:-
प्रमुख शासन सचिव ने कहा कि जालौर, बाड़मेर, सिरोही और झालावाड़ से 50-50 किसानों का रजिस्ट्रेशन एक महीने में किया जाए जिससे एक साल में इन जिलों से दो-दो कंसाइनमेंट एक्सपोर्ट हो सके। इन किसानों को बायर-सेलर्स मीट में आमंत्रित करने को कहा ताकि यह अधिक उपज एवं कीमत ले सकें।
👉इन फलों के निर्यात के लिए किया जाएगा पंजीयन एपीडा रीजनल हेड श्री हरप्रीत सिंह ने कहा कि राजस्थान में किन्नू, संतरा, अनार एवं अमरूद के निर्यात को बढ़ावा दिया जाए जिससे कृषकों की आमदनी में वृद्धि हो। इसके लिए निर्यातक देशों की कंडीशन के अनुसार फार्म और किसानों का रजिस्ट्रेशन किए जाए। रजिस्ट्रेशन में फसल बुवाई, फ्लोरिंग एवं कटाई के समय फसल की स्थिति का रिकॉर्ड रहता है, जिससे यह पता चल जाता है कि फसल निर्यात योग्य गुणवत्ता वाली है या नहीं।
👉अनार का निर्यात पूरे देश में 688 करोड़ रुपए का है जिसमें राजस्थान का हिस्सा लगभग नगण्य है। उन्होंने बताया कि फलों के उत्पादन को बढ़ावा देकर निर्यात द्वारा कृषकों को अच्छा भाव दिलवाया जा सकेगा। इसके लिए उन्होंने जयपुर में एपीडा का स्थानीय ऑफिस खोलने की भी इच्छा जाहिर की।
👉स्रोत :- Agrostar
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