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नींबू तने पर गोंद: कारण और नियंत्रण उपाय!
"👉कुछ पेड़ों पर तनों और शाखाओं से गोंद जैसा पदार्थ निकलना एक सामान्य समस्या है, जो एक कवक रोग के कारण होती है। यह रोग पौधे को कमजोर कर देता है, जिससे पत्तियां पीली पड़ जाती हैं और कलियां छोटी रह जाती हैं। संक्रमित तनों और शाखाओं से चिपचिपा तरल पदार्थ रिसने लगता है, जो सूखने पर गोंद जैसा दिखता है।
👉जैसे-जैसे बीमारी बढ़ती है, तनों और शाखाओं से अधिक बलगम निकलता है, जिससे पौधे की पत्तियां कमजोर होकर झड़ने लगती हैं। समय पर उपचार न मिलने पर शाखाएं और तने सूखने लगते हैं और अंततः पूरा पौधा खराब हो सकता है।
👉इस रोग को नियंत्रित करने के लिए एग्रोस्टार कूपर 1 (कॉपर ऑक्सीक्लोराइड 50% डब्ल्यूजी) का उपयोग करें। प्रति पंप 50 ग्राम कूपर 1 को पानी में मिलाकर पौधों पर छिड़काव करें। यह फंगल संक्रमण को नियंत्रित करता है और पौधे की स्थिति को सुधारने में मदद करता है।
👉समय पर नियंत्रण से न केवल रोग की तीव्रता कम होती है, बल्कि पौधे को पुनर्जीवित करने और उसकी उत्पादकता बनाए रखने में भी मदद मिलती है। नियमित देखभाल से इस समस्या को प्रभावी रूप से रोका जा सकता है।
👉स्त्रोत:- AgroStar
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