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नींबू के अचार और जैम से लाखों का मुनाफा कमा रहा यह किसान, जानें कैसे शुरू किया काम!
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नींबू के अचार और जैम से लाखों का मुनाफा कमा रहा यह किसान, जानें कैसे शुरू किया काम!
👉🏻देश की राजधानी दिल्ली और हरियाणा के बॉर्डर पर स्थित गांव जौनती के रहने वाले एक किसान हैं कुलदीप सिंह. कुलदीप सिंह बीते 10 वर्षों से जैविक खेती कर रहे हैं और उनके खेत से निकले अनाज और अन्य उत्पादों की मांग दिनों दिन बढ़ रही है. उनके द्वारा स्वदेशी तरीके से बनाया गया नींबू का अचार दिल्ली से लेकर सपनों की नगरी मुंबई और सात समंदर पार अमेरिका तक लोगों को खूब पसंद आ रहा है। 👉🏻कुलदीप सिंह ने ‘टीवी9 हिंदी’ को बताया कि वे करीब 14 एकड़ में जैविक खेती कर रहे हैं जिसमें वे काला गेहूं, चना, मूंग, सरसों के साथ-साथ, मिश्रित खेती को भी अपनाया है. वे एक एकड़ में नींबू, हल्दी,अमरूद, ड्रैगन फ्रूट जैसे अन्य पौधे लगाए हैं. कुलदीप मधुमक्खी पालन भी कर रहे हैं. इसके लिए वे समय-समय पर दिल्ली कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों से मिलते हैं और कृषि गोष्ठियों में भी शामिल होते रहते हैं जिससे उन्हें कुछ न कुछ नया सीखने को मिलता है। लॉकडाउन में बनाना शुरू किया अचार:- 👉🏻कुलदीप सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के समय में जब उनकी नींबू की फसल तैयार थी लेकिन उसको वे बाजार लेकर जाने में असमर्थ थे, तब उन्होंने नींबू का अचार और जैम बनाने का फैसला किया। 👉🏻अचार बनाने की प्रोसेसिंग उन्होंने स्वदेशी तौर तरीके से अपने घर पर ही शुरू की. बाजार में मिलने वाले अधिकांश अचार में ज्यादा दिनों तक खराब न हों, इसके लिए किसी तरह के केमिकल डाले जाते हैं. लेकिन कुलदीप सिंह ऑर्गेनिक तरीके से ही अचार तैयार करके बेचते हैं, जो खाने में स्वादिष्ट और पौष्टिक होता है. इसलिए उनके ग्राहक इसे बेहद पसंद करते हैं। 👉🏻जैम के बारे में उन्होंने बताया कि वह जब जैम तैयार करते हैं तो नीबू के बीज निकाल देते हैं, उसके बाद उसे खांड की चाशनी में डाल दिया जाता है और कुछ दिनों में जैम तैयार हो जाता है. इसके बाद पैकेजिंग करके बेचा जाता है। अमेरिका तक जा चुका है अचार:- 👉🏻कुलदीप सिंह बताते हैं कि उनके देसी नींबू का अचार देश के साथ-साथ सात समंदर पार अमेरिका तक लोगों को भाया है. उन्होंने शुद्धता के साथ स्वदेशी खट्टा, खट्टा मीठा अचार,जैम जैसे उत्पाद बनाकार लोगों के बीच अपने उत्पादों के लिए जगह बनाई है. अब लोगों ने एडवांस में ही ऑर्डर देना शुरू कर दिया है जबकि यह सब कुछ लॉकडाउन में ही शुरू हुआ था। लॉकडाउन में कर चुके हैं लाखों की कमाई:- 👉🏻कुलदीप सिंह बताते हैं कि वे केवल अचार की प्रोसेसिंग से ही 1 से 1.5 लाख रुपये कमा लेते हैं. पिछले लॉकडाउन में उन्होंने 400 किलो अचार व जैम तैयार किया था जिसमें से लगभग 300 किलो बेच चुके हैं. वे बताते हैं कि यदि किसान नींबू की खेती के साथ उसकी प्रोसेसिंग भी करें तो अच्छी कमाई कर सकते हैं। प्रोसेसिंग पर देना होगा ध्यान:- 👉🏻कुलदीप सिंह ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि उन्होंने जैविक तरीके से खेती कर अपने खेतों मे उगे अनाज, दालों, सरसों की प्रोसेसिंग कर ग्राहकों तक पहुुंचाया है और यही आज के बाजार की मांग है. इसी से देश के किसानों की आय दुगनी भी हो सकती है. किसानों को सीधे मंडी में अपने अनाज को ले जाने के बजाय उसकी प्रोसेसिंग कर, सोशल मीडिया के माध्याम से समाज के लोगों तक पहुंचाना चाहिए। 👉🏻कुलदीप सिंह की इस खेती और उनके तौर-तरीके से आसपास के किसान बहुत प्रेरित हैं और वे खेती-बाड़ी के गुर समझने के लिए उनके पास आते हैं. कुलदीप सिंह का भी मानना है कि ऑर्गेनिक विधियों का जितना प्रचार-प्रसार हो, खेती में उसका लाभ उतना ही ज्यादा मिलेगा। स्रोत:- TV9 Hindi, 👉🏻प्रिय किसान भाइयों अपनाएं एग्रोस्टार का बेहतर कृषि ज्ञान और बने एक सफल किसान। दी गई जानकारी उपयोगी लगी, तो इसे लाइक 👍 करें एवं अपने अन्य किसान मित्रों के साथ शेयर करें धन्यवाद!
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