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धान की खेती में पडलिंग, लेव (मचाना) का महत्त्व!
आज का सुझावएग्रोस्टार एग्रोनोमी सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस
धान की खेती में पडलिंग, लेव (मचाना) का महत्त्व!
पानी की वचत: धान की कुल सिंचाई की आवश्यकता का लगभग 20% पानी रोपाई हेतु खेत मचाने (लेव) में प्रयुक्त होता है। सीधी बुआई में 20 से 25 प्रतिशत पानी की बचत होती है क्योंकि इस इस विधि से धान की बुवाई करने पर खेत में लगातार पानी भरा रखने की आवश्यकता नही पड़ती है। पडलिंग या लेव धान के खेत की गीली जुताई है, यह एक पुरानी सस्य क्रिया है, जो धान की खेती के लिए बहुत जरूरी है। इसमें हम खेत की मिट्टी को ट्रैक्टर या बैल के माध्यम से मिट्टी पलट हल द्वारा मिट्टी और पानी को अच्छी तरह से मिलाकर करते हैं। जो मिट्टी के छिद्रों को बंद कर पानी सोखने की क्रिया को कम कर देता है। इसके फलस्वरूप खेत में लम्बे समय तक पानी को रोका जा सकता है। पडलिंग या लेव करने का उद्देश्य:- यह क्रिया खेत में उगने वाले खरपतवार की रोकथाम करने में सहायक है। खेत में धान की रोपाई करते समय आसानी होती है, और फसल में पानी और पोषक तत्व का होने वाले नुकसान को कम किया जाता है। धान की फसल के लिए पहली जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से तथा 2-3 जुताइयाँ मिट्टी कल्टीवेटर से करके खेत तैयार करना चाहिए, साथ ही खेत की मजबूत मेडबंदी कर देनी चाहिए जिससे की वर्षा का पानी अधिक समय तक संचित किया जा सके तथा रोपाई से पहले खेत में पानी भरकर जुताई कर समतल कर लेना चाहिए। खेत में लेव लगाते समय पाटा से खेत का समतलीकरण अच्छी तरह करें क्योंकि ऊँचा-नीचा खेत होने पर फसल को सामान रूप से पानी नही उपलब्ध हो पाता है। जिससे पौधे के वृद्धि एवं विकास पर बुरा असर पड़ता है। खेत से जल निकास की व्यवस्था भी सुनिश्चित कर लें क्योंकि धान रोपाई के बाद भी अधिक वर्षा होने पर वर्षा जल का फसल में जमाव अधिक समय तक होने पर पौधों के मरने की संभावना बढ़ जाती है। धान की रोपाई करने के बाद किसान को ध्यान देना है कि एक सप्ताह तक खेत में एक से दो इंच पानी भरा रहना चाहिए। अगर पानी नहीं हुआ तो पौधे सूख सकते हैं। मगर एक सप्ताह के बाद हर सप्ताह फसल को पानी देने की जरूरत रहेगी। लेकिन ध्यान देना चाहिए कि अगर बारिश होती रहती है तो फिर पानी नहीं देना होता है।
स्रोत:- एग्रोस्टार एग्रोनोमी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस प्रिय किसान भाइयों दी गई जानकारी उपयोगी लगी, तो इसे लाइक करें एवं अपने अन्य किसान मित्रों के साथ शेयर करें धन्यवाद!
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