गुरु ज्ञानAgroStar
टमाटर की फसल में लाल मकड़ी का नियंत्रण
👉यह कीट अपने छेदने और चूसने वाले मुंह की सहायता से पत्तियों की निचली सतह से रस चूसकर भोजन करता है। इसके कारण पत्तियाँ पीली पड़ने लगती हैं। जैसे-जैसे संक्रमण बढ़ता है, पत्तियों की निचली सतह पर महीन जाल बनने लगते हैं, जो बाद में पूरी पत्तियों को ढक लेते हैं।
👉संक्रमण बढ़ने पर प्रभावित पत्तियाँ समय से पहले सूखकर गिर सकती हैं। इससे पौधों की वृद्धि रुक जाती है और फूल व फल बनने की प्रक्रिया भी बाधित होती है।
👉नियंत्रण के उपाय:
इस कीट के प्रभावी प्रबंधन के लिए एबामेक्टिन 1.9% ईसी घटकयुक्त एबेक्टिस का उपयोग करें। इसे 0.8 मिली प्रति लीटर पानी की दर से घोलकर फसल पर छिड़काव करें।
👉ध्यान देने योग्य बातें:
1. छिड़काव सुबह या शाम के समय करें, ताकि कीट नियंत्रण अधिक प्रभावी हो।
2. संक्रमित पौधों की पहचान कर समय पर उपचार करें।
3. फसल की नियमित निगरानी रखें।
👉इस उपाय से कीट के प्रकोप को नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे पौधों की वृद्धि और उत्पादन में सुधार होता है।
👉स्त्रोत:- AgroStar India
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