गुरु ज्ञानAgroStar
जीरे की फसल में झुलसा रोग एवं रोकथाम
👉झुलसा रोग एक गंभीर समस्या है जो फसल की उपज और गुणवत्ता को प्रभावित करती है। इस रोग के प्रकोप से प्रभावित पौधों पर भूरे-काले धब्बे दिखाई देते हैं, जो धीरे-धीरे गहरे काले हो जाते हैं। विशेष रूप से फूल आने की अवस्था में यदि आसमान में बादल छाए रहते हैं, तो इस रोग का प्रकोप तेजी से बढ़ता है।
👉यह रोग पौधों को कमजोर कर देता है, जिससे उत्पादन में भारी गिरावट आती है। रोगग्रस्त पौधों की पत्तियां, तने और फूलों पर धब्बे दिखाई देते हैं, जो फसल के विकास को बाधित करते हैं। यदि समय पर इसका उपचार न किया जाए, तो फसल पूरी तरह नष्ट हो सकती है।
👉इस समस्या के नियंत्रण के लिए अझॉक्सीस्ट्रोबिन + टेबुकोनाज़ोल घटकयुक्त रोज़ताम @ 1.5 मिली प्रति लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें। छिड़काव करते समय यह सुनिश्चित करें कि दवा पौधों के सभी भागों तक पहुंचे।
👉झुलसा रोग के प्रकोप को रोकने के लिए फसल की समय-समय पर निगरानी करें और रोग के लक्षण दिखते ही उचित उपाय अपनाएं। इससे फसल की गुणवत्ता और उत्पादन को बचाया जा सकता है।
👉स्त्रोत:- AgroStar
किसान भाइयों ये जानकारी आपको कैसी लगी? हमें कमेंट करके ज़रूर बताएं और लाइक एवं शेयर करें धन्यवाद।