कृषि वार्ताTV 9 Hindi
जाने, खाद पर सब्सिडी दुकान पर 1200 रुपये देकर DAP का एक बैग कैसे मिलेगा!
👉🏻 खाद की बोरी लेने के लिए किसान को पूरे 1200 रुपये ही देने होंगे. साथ ही अपना आधार कार्ड या किसान कार्ड भी देना होगा और बायोमेट्र्रिक (अंगूठे का निशान) से आपकी पहचान के बाद कंपनी के बैंक खाते में सरकार सब्सिडी का 1211 रुपये डीबीटी के माध्यम से जारी करेगी.
👉🏻 केंद्र सरकार ने अभी हाल में डाइ अमोनिया फास्फेट (डीएपी) खाद के लिए सब्सिडी 500 रुपये से बढ़ाकर 1200 प्रति बैग (कट्टा) करने का फैसला किया. इस फैसले के बाद डीएपी की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में वृद्धि के बावजूद किसानों को 1200 रुपये ही खाद के प्रति बैग के लिए चुकाने होंगे. यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में लिया गया.
👉🏻 हाल ही में डीएपी में इस्तेमाल होने वाले फॉस्फोरिक एसिड, अमोनिया आदि की अंतरराष्ट्रीय कीमतें 60 प्रतिशत से 70 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं. इसी कारण एक डीएपी बैग की वास्तविक कीमत अब 2400 रुपये है, जिसे खाद कंपनियों द्वारा 500 रुपये की सब्सिडी घटा कर 1900 रुपये में बेचा जाता है. खाद पर नए फैसले से किसानों को 1200 रुपये में ही डीएपी का बैग मिलता रहेगा. सवाल है कि किसानों को खाद पर सब्सिडी आखिर कैसे मिलेगी? क्या खाद की दुकान पर 1200 रुपये ही देकर डीएपी का एक बैग मिलेगा?
किसानों को कितना देना होगा
👉🏻 इसका जवाब है कि खाद की बोरी लेने के लिए किसान को पूरे 1200 रुपये ही देने होंगे. साथ ही अपना आधार कार्ड या किसान कार्ड भी देना होगा और बायोमेट्र्रिक (अंगूठे का निशान) से आपकी पहचान के बाद कंपनी के बैंक खाते में सरकार सब्सिडी का 1211 रुपये डीबीटी के माध्यम से जारी करेगी. यानी, किसान को डीएपी की एक बोरी 2411 रुपये के बजाय पहले की तरह 1200 रुपये में ही मिलेगी. कृषि मंत्री के मुताबिक, केंद्र सरकार हर साल रासायनिक खादों की सब्सिडी पर करीब 80,000 करोड़ रुपये खर्च करती है. DAP में सब्सिडी बढ़ाने के साथ ही खरीफ सीजन में भारत सरकार 14,775 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च करेगी.
कितनी बढ़ी सब्सिडी
👉🏻 पीएंडके उर्वरकों पर सब्सिडी 2010 से पोषक तत्व आधारित सब्सिडी (एनबीएस) योजना के तहत संचालित हैं. अप्रैल में पोषक तत्वों (नाइट्रोजन, फॉस्फेट, पोटाश और सल्फर) के लिए एनबीएस दरों में चालू वित्त वर्ष के लिए कोई बदलाव नहीं किया गया था. यूरिया के बाद सबसे अधिक खपत डीएपी की होती है. फॉस्फेट पर एनबीएस दर को पिछले साल के 18.78 रुपये प्रति किलो से बढ़ाकर 45.32 रुपये प्रति किलो किया गया है. वहीं नाइट्रोजन, पोटाश और सल्फर के लिए एनबीएस दरें पिछले साल के स्तर पर बरकरार है.
क्यों बढ़ाई गई सब्सिडी
👉🏻 डीएपी और पीएंडके उर्वरकों के अन्य ग्रेड पर बढ़ी हुई सब्सिडी 20 मई को जारी अधिसूचना की तारीख से 31 अक्टूबर तक लागू होगी. बयान के अनुसार इसका मतलब है कि डीएपी उर्वरक पर प्रति बोरी (50 किलो) सब्सिडी 500 रुपये से बढ़ाकर 1,200 रुपये प्रति बोरी कर दी गई है. यह लगभग 140 प्रतिशत की वृद्धि है. कोविड-19 महामारी के इस दौर में खाड़ी देशों ने डीएपी खाद के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल की कीमतें काफी बढ़ा दी हैं. इसकी वजह से डीएपी खाद की एक बोरी की कीमत लगभग दोगुनी हो गई है. लिहाजा, किसानों को राहत देते हुए केंद्र सरकार ने सब्सिडी में 140 प्रतिशत की भारी बढ़ोतरी का फैसला किया.
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स्रोत:- TV 9 Hindi,
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