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जानें क्या है FPO और क्लस्टर सिस्टम?
👉भारतीय कृषि वैज्ञानिक और भारत के पीएम ने किसानों की आमदनी बढ़ाने की सिर्फ बात ही नहीं की, बल्कि राज्य सरकारों व किसानों को जोड़ते हुए अनेक उपाय किए हैं. एग्री स्टार्टअप को प्रोत्साहित किया, किसानों को फसल बीमा का सुरक्षा कवच दिया.
👉केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री न ने पुणे में आयोजित बागवानी मूल्य श्रृंखला का विस्तार संबंधी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे किसान, देश की रक्षा के लिए काम करने वाले सैनिकों की तरह वंदनीय-अभिनंदनीय है. देश का पेट भरने के लिए किसान कई तरह के त्याग करते हैं. नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि रक्षा व खेती, दोनों क्षेत्रों में काम करना देश के लिए काम करना है. इन क्षेत्रों में काम करने वाले आजीविका कमाते हैं, साथ ही देश की आत्मा को मजबूत करते हैं.
👉नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि गांव, देश की आत्मा हैं. गांव समृद्ध व आत्मनिर्भर होंगे तो देश अपने-आप समृद्ध व आत्मनिर्भर होगा. उनकी मानें तो कृषि हमारी प्रधानता और अर्थव्यवस्था की रीढ़ है. उन्होंने कहा कि खेती के क्षेत्र को अग्रणी बनाने की आवश्यकता है, क्योंकि खेती व गांवों की पारंपरिक अर्थव्यवस्था देश की सबसे बड़ी ताकत है. कितनी भी प्रतिकूल परिस्थिति आ जाएं, साथ ही व्यापारी-उद्यमी को ध्यान रखना चाहिए कि कृषि उत्पादों के व्यापार का अधिकतम पैसा किसान को मिलना चाहिए. इससे हमारे किसान समृद्ध होंगे और अगली पीढ़ी भी खेती करने के लिए प्रेरित होगी.
👉नरेंद्र सिंह तोमर के मुताबिक, पीएम मोदी ने किसानों की आमदनी बढ़ाने की सिर्फ बात ही नहीं की, बल्कि राज्य सरकारों व किसानों को जोड़ते हुए अनेक उपाय किए हैं. एग्री स्टार्टअप को प्रोत्साहित किया, किसानों को फसल बीमा का सुरक्षा कवच दिया. खेती के समक्ष चुनौतियों के शीघ्र समाधान की कोशिशें की. गांवों में ही पढ़े-लिखे युवाओं के लिए खेती से जुड़े रोजगार की उपलब्धता के साथ गांवों से पलायन रोकने के लिए भी प्रयत्न किए गए हैं, जिनके सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं. तोमर ने कहा कि आज युवा, सेवानिवृत्त कमर्चारी, कार्पोरेट क्षेत्र से जुड़े लोग भी खेती के लिए आगे आ रहे हैं. जैविक एवं प्राकृतिक खेती के प्रति भी लोगों की रूचि बढ़ रही है. कृषि उत्पादों का 4 लाख करोड़ रु. का रिकार्ड निर्यात हुआ है.
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उन्होंने कहा कि एफपीओ व क्लस्टर सिस्टम में एकजुट होने पर किसानों को व्यापारियों के पास नहीं जाना होगा. बल्कि व्यापारी उनके पास उपज खरीदी के लिए आने को बाध्य होंगे. उन्होंने कहा कि खाद्यान्न उत्पादन के साथ-साथ बागवानी क्षेत्र, विशेषकर सब्जियों व फूलों की खेती किसानों की आय बढ़ाने में अहम भूमिका निभाती है.
स्त्रोत:- Agrostar
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