कृषि वार्ताAgrostar
चूहों के आतंक का होगा ख़ात्मा!
🌱देश में खरीफ की फसल पककर तैयार हो चली है. इस दौरान किसानों को फसल की पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट का खतरा बना रहता है. देश के किसान अगले महीने से फसलों की कटाई में लग जाएंगे. ऐसे में इन फसलों में चूहों के आक्रमण का खतरा बना रहता है. इन चूहों से फसलों में लेप्टोस्पायरोसिस और स्क्रब टाइफस नाम की बीमारियां फैलती है. इनसे बचाव के लिए आप घरेलू तरीको का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके अलावा फसलों को होने वाले किसी भी प्रकार के नुकसान से बचने के लिए फसलों का बीमा भी जरुर कराना चाहिए.
🌱रोगों के प्रकार
कृषि विभाग के अनुसार, लेप्टोस्पायरोसिस और स्क्रब टाइफस नाम के रोग बैक्टीरिया के कारण होते हैं. यह जीवाणु आमतौर पर झाड़ीनुमा पौधों और नमी वाली जगहों पर पनपते हैं. यह चूहे के शरीर पर भी पनपते हैं और उनकी मदद से पूरी फसलों पर फैल जाते हैं. इससे देखते-देखते खेत की पूरी फसल ख़राब हो जाती है.
🌱बरसात के समय बढ़ता है चूहों का प्रभाव
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, भारी बारिश के कारण चूहों और छछूंदरों के बिलो में पानी भर जाता है. ऐसे में वह सुरक्षित जगह की तलाश में गोदामों में प्रवेश कर जाते हैं. किसानों को इस मौसम में खास सतर्क रहने की जरुरत होती है. इससे फसलों को नुकसान होने का खतरा तो बना ही रहता है और साथ ही खुद को भी प्लेग जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.
🌱रोकथाम का तरीका
इस रोग से बचने के आप नीम के पानी का छिड़काव फसलों पर करना चाहिए. इसके अलावा आप काली मिर्च या लाल मिर्च को पीसकर पकी हुई फसल समय-समय पर छिड़कते रहें. इससे आप अपनी फसल को इन चूहों और छछूंदरों के प्रकोप से बचा सकते हैं.
🌱स्त्रोत:-AgroStar
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