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चीन में बढ़ी भारतीय लाल मिर्च की मांग
कृषि वार्तादैनिक भास्कर
चीन में बढ़ी भारतीय लाल मिर्च की मांग
नई दिल्ली। चीन में मिर्च की फसल खराब होने से भारतीय लाल मिर्च की मांग बढ़ गई है। इससे लाल मिर्च के दाम आने वाले महीनों में बढ़ने की संभावना है। भारत ने लाल मिर्च का निर्यात करने के लिए चीन के साथ एक करार पर हस्ताक्षर किए हैं। केंद्रीय वाणिज्य एंव उद्योग मंत्रालय ने बताया कि वाणिज्य सचिव अनूप वधावन ने चीन के सीमा शुल्क उपमंत्री ली गुओ के साथ मिर्च खरीद के लिए समझौता किया।
इससे भारत में भी मिर्च उत्पादक किसानों को अपनी उपज का ज्यादा मूल्य मिल सकेगा। बैठक में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के बीच आ रही व्यापार की बाधाओं पर चर्चा की। संतुलित व्यापार को बढ़ावा देने पर सहमति बनी। वर्ष 2003 में सबसे पहले भारतीय आम पर चीन ने समझौता किया था। मोदी सरकार के कार्यकाल में बासमती चावल, तंबाकू और अब मिर्च पर करार किया गया है। चीन को आम, करेला, अंगूर, सरसों खल, बासमती चावल, गैर बासमती चावल, मछली और तंबाकू पत्ते का निर्यात किया जाता है। स्रोत – दैनिक भास्कर, 9 मई 2019 यदि आपको यह जानकारी उपयोगी लगे, तो फोटो के नीचे दिए पीले अंगूठे के निशान पर क्लिक करें और नीचे दिए विकल्पों के माध्यम से अपने सभी किसान मित्रों के साथ साझा करें।
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