कृषि वार्ताAgroStar
गेहूं भंडारण का आसान तरीका !
🌱भंडारित गेहूं पर लगने वाले कीटों की लगभग 50 प्रजातियाँ हैं, जिनमें से करीब आधा दर्जन प्रजातियाँ ही आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। लेकिन, इन सभी कीटों के प्रभावी प्रबंधन के उपाय एक जैसे ही हैं। इन उपायों को अपनाकर गेहूं को भंडारण के दौरान लगने वाले कीटों से बचाया जा सकता है।
🌱गेहूं के सुरक्षित भंडारण के लिए करें यह काम गेहूं के भंडारण के समय दानों में 10-12 प्रतिशत से अधिक नमी नहीं होनी चाहिए, इसलिए गेहूं को भंडारण से पहले अच्छी तरह से सूखा लेना चाहिए। इसके अलावा गेहूं के भंडारण से पहले कोठियों तथा कमरों को भी अच्छी तरह से साफ कर लेना चाहिए। छत या दीवारों पर यदि दरारें है तो इन्हें भरकर ठीक कर लें। वहीं गेहूं के दानों को कीट रोगों से बचाने के लिए दीवारों एवं फर्श पर मैलाथियान 50 प्रतिशत के घोल को 3 लीटर प्रति 100 वर्गमीटर की दर से छिड़काव करें। अनाज की बुखारी कोठियों या कमरे में रखने के बाद एल्युमिनियम फॉस्फाइड 3 ग्राम की दो गोली प्रति टन की दर से रखकर बंद कर देना चाहिए। वहीं यदि भंडारगृह में चूहों की समस्या हो तो जिंक फॉस्फाईड की गोलियाँ अथवा रैट किल को इनके बिलों के पास रखकर प्रभावी प्रबन्धन किया जा सकता है।
👉अनाज भंडारण में ध्यान देने योग्य मुख्य सावधानियां:-
■अनाज भंडारण से पहले अनाज को सूर्य की रोशनी में पूरी तरह सुखा लेना चाहिए।
■इसमें नमी 10 प्रतिशत से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
■भंडारण से पहले अनाज साफ कर लेना चाहिए। टूटे अनाज में फफूंद आदि से संक्रमण की आशंका अधिक होती है। अतः टूटे दानों को अलग कर लेना चाहिए।
👉अनाज भरने के लिए नए बोरों का इस्तेमाल करना चाहिए।
■प्रयोग किये गए बोरों में फिर से अनाज भरने से पहले बोरों को कीटनाशक से उपचारित कर लेना चाहिए।
■अनाज को ढोने से पहले बैलगाड़ी, ट्रैक्टर, ट्रक आदि साफ कर लेनी चाहिए।
■अनाज से भरी बोरियों को दीवाल से सटा कर न रखें तथा बोरियों से बोरियों के बीच भी कुछ दूरी रखें।
■अनाज को कीटों से बचने के लिए नीम का पाउडर का प्रयोग करें।
👉स्त्रोत:-AgroStar
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