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गेहूं की फसल में रतुआ रोग एवं नियंत्रण
👉गेहूं की फसल में 'रतुआ' रोग एक प्रमुख समस्या है, जिसे रस्ट, रोली या गेरुआ भी कहते हैं। यह रोग तीन प्रकार का होता है:
1. पीला रतुआ (येलो रस्ट): पत्तियों की ऊपरी सतह पर पीली धारियां बनती हैं, जो धीरे-धीरे पूरी पत्तियों को संक्रमित कर देती हैं।
2. भूरा रतुआ (ब्राउन रस्ट): पत्तियों पर भूरे रंग के धब्बे बनते हैं।
3. काला रतुआ (ब्लैक रस्ट): तने पर काले रंग के धब्बे बनते हैं।
👉लक्षण:
- पत्तियों पर पीली धारियां बनती हैं, जो धीरे-धीरे काले रंग में बदल जाती हैं।
- रोग के कारण पत्तियां सूखकर मुरझा जाती हैं, जिससे फसल की वृद्धि रुक जाती है।
- यह रोग कल्ले निकलने की अवस्था में अधिक नुकसान पहुंचाता है।
👉नियंत्रण:
इस रोग के नियंत्रण के लिए टेबुकोनाज़ोल 10% + सल्फर 65% डब्लूजी घटकयुक्त टेबुल का उपयोग करें। इसे 2.5 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।
👉सावधानियां:
- नियमित फसल निरीक्षण करें।
- शुरुआती लक्षण दिखने पर तुरंत उपचार करें।
👉सही समय पर रोकथाम से फसल को बचाया जा सकता है।
👉स्त्रोत:- AgroStar
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