सलाहकार लेखएग्रोस्टार एग्रोनोमी सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस
गन्ने में उर्वरक देने के दौरान देखभाल की जानी चाहिए
वर्तमान में, जिस तरह से हम रासायनिक उर्वरकों का उपयोग करते हैं, इनमे नाइट्रोजन 20 से 30 प्रतिशत, फास्फोरस 15 से 25 प्रतिशत और फसल 50 से 55 प्रतिशत फसल के लिए उपलब्ध है। इसे ध्यान में रखते हुए, रासायनिक उर्वरकों का उपयोग संतुलित होना चाहिए।
• उर्वरक देने के दौरान नीम केक के साथ यूरिया मिलाएं।
• हल्की मिट्टी में यूरिया का उपयोग अधिकतम विभाजित किया जाना चाहिए।
• जमीन में नमी होने पर ही उर्वरक प्रदान किया जाना चाहिए। मिट्टी सूखी हो या जमीन में पानी देने के तुरंत बाद उर्वरक नहीं दिया जाना चाहिए।
• लीटर पानी के साथ एक लीटर एसीटोबैक्टर को डालकर घोल बनाये और रोपण से पहले 10 मिनट के लिए बिज को डुबोकर रखें या गन्ना लगाने के 60 दिनों के बाद गन्ना पत्तियों पर छिड़कने के बाद, नाइट्रोजन की शिफारस मात्रा 50 प्रतिशत बचेगी।
• अगर पानी कम हैं, तो पोटेश के की मात्रा 50 किलो प्रति एकड़ में बढ़ाएं।
• सिफारिश के अनुसार, 24 किलोग्राम सल्फर के उपयोग के साथ फॉस्फोरस और सूक्ष्म पोषक तत्वों की उपलब्धता बढ़ जाती है।
संदर्भ - एग्रोस्टार एग्रोनोमी सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस